वहीं किसान अंदोलन का असर पर अब हरियाणा-दिल्ली के बाद राजस्थान में भी नजर आने लगा है। राजस्थान के किसान भी अब विरोध की तैयारी में हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने कृषि कानून को वापस नहीं लिए जाने पर जल्द प्रदेश में भी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। एनडीए समर्थित सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्र के कृषि बिलों को वापस लेने की मांग की है। बेनिवाल ने ऐलान किया है कि अगर किसानों पर दमनकारी नीति अपनाई गई तो रालोपा भी किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करने उतारेगी।
पुलिस ने दिया कोरोना का हवाला
दूसरी ओर दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन जारी है। दिल्ली पुलिस ने आज सुबह सिंधु बॉर्डर पर कुछ किसानों से बात की। पुलिस ने किसानों को वापस जाने की अपील की और कोरोना नियमों का पालन करने को कहा। हालांकि किसान दिल्ली जाने पर अड़ गए हैं और पुलिस की बात नहीं मान रहे हैं। किसानों का कहना है कि हम दिल्ली जाकर रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए। सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और हम दिल्ली के रामलीला मैदान में ही जाकर रुकेंगे।
किसानों के दिल्ली चलो मार्च के चलते सिंघू बॉर्डर पर वाहनों की सघन चैकिंग की जा रही है। दिल्ली-गाजियाबाद और दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। भारी मात्रा में सीमाओं पर सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। ऐसे में हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा है। वहीं परिवहन साधनों का संचालन भी प्रभावित हुआ है।
रोहतक में जुटे किसान