बता दें कि बुधवार को राज्य में किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी और किसानों को उपज की लागत का डेढ गुणा मूल्य देने की मांग को लेकर जारी किसान अधिकार यात्रा का दूसरा चरण बुधवार से शुरू होने जा रहा है। तो वहीं अधिकार यात्रा की दूसरे चरण की शुरूआत जोधपुर से होगी। किसान महापंचायत के नेतृत्व में किसान प्रतिनिधियों का 11 सदस्यीय दल मंगलवार को जयपुर से पांच जिलों के किसान अधिकार यात्रा के लिए रवाना किया गया है।
इस यात्रा को लेकर किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि प्रदेश में किसानों को उपज का पूरा मूल्य नहीं मिलने से किसान कर्ज में डूब रहे हैं। महापंचायत ने किसान अधिकार यात्रा निकालकर किसानों से उनकी समस्याओं को जानने के साथ ही कृषि मंडियों में सरकारी व्यवस्थाओं का भी जायजा ले रही है। पहले चरण में जयपुर, सीकर, झुन्झुनू, चूरू, हनुमानगढ, श्रीगंगानगर, बीकानेर , नागौर, अजमेर जिलों में किसान अधिकार यात्रा निकाली जा चुकी है। जबकि कल से शुरू होने वाले दूसरे चरण में जोधपुर, बाड़मेर, पाली, जैसलमेर और जालौर जिलों में यह यात्रा निकाली जाएगी।
तो वहीं बीते रविवार को किसान नेता और पूर्व विधायक नारायणराम बेड़ा ने किसानों की विभिन्न मांगो को लेकर जोधपुर से शुरु होने जा रही किसान अधिकार यात्रा को ध्यान रखते हुए दर्जनभर गांवों में दौरा कर लोगों को इस बारे में अवगत भी कराया। साथ ही बताया कि दूसरे चरण में जोधपुर से शुरु हो रहे किसान अधिकार यात्रा में पूरे प्रदेश के प्रमुख किसान नेता शामिल होंगे। इसके अलावा उन्होंने सरकार से अपील भी की थी कि राज्य के किसानों को फसलों की सिंचाई सिंगल फेज कृषि कनेक्शन दिया जाए।
गौरतलब है कि राज्यभर में किसान अपनी मांगों खासकर कर्ज से माफी और लागत का डेढ़ गुना पाने के लिए अधिकार यात्रा कर रहे हैं। जबकि अधर प्रदेश के किसान समर्थन मूल्य की मांग को लेकर भी अपना विरोध-प्रदर्शन जता रहे हैं। किसानों का कहना है कि उनका वाजिब हक उन्हें नहीं मिल रहा है, इसलिए वो काफी परेशान हैं।