सूरतगढ़ थर्मल क्षेत्र के किसान सिंचाई सहित अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर थर्मल गेट पर आंदोलन कर रहे हैं। 9 दिन से धरना प्रदर्शन करने के बाद भी न तो इन किसानों की समस्याएं सरकार सुन रही है और ना ही प्रशासन। इससे किसानों में रोष उत्पन्न हो रहा है। किसानों ने समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने और आंदोलन मेें गति लाने के लिए अब किसान पंचायत करने का निर्णय लिया है। यह किसान पंचायत तीन गांवों में आयोजित की जाएगी।
संघर्ष समिति टिब्बा क्षेत्र के संयोजक राकेश बिश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार व प्रशासन की हटधर्मिता के चलते आगामी दिनों में तीन गांवो में किसान पंचायत आयोजित की जायेगी। उन्होंने बताया कि 9 दिनों से अनशन कर रहे किसानों की सुध लेने के लिए आज तक स्थानीय प्रशासन अथवा सरकार का कोई भी नुमाइंदा नही पहुँचा है। इसी के विरोध में 3 से 5 अक्टूम्बर के बीच पुरबसर, एटा व सिंगरासर में किसान पंचायत आयोजित कर किसानों को आंदोलन में सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा। इसके बाद किसानों व किसान नेताओ की अलग अलग टीमें गांव गांव जाकर जनसम्पर्क करेगी। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है, इसी के चलते किसानों को आंदोलन की राह अपनानी पड़ रही है। किसानों का कहना है कि अगर समय रहते सरकार नही चेती तो 10 अक्टूबर को प्रस्तावित थर्मल घेराव के दौरान किसान अपने हको के लिए जी जान लगा देगें।
जनसम्पर्क और किसान पंचायत के लिण् कामरेड श्योपत राम मेघवाल, गौरीशंकर थोरी, कालूराम थोरी, राजू जाट के नेतृत्व में किसानों की टीमें बनाई गई है।
संघर्ष समिति टिब्बा क्षेत्र के संयोजक राकेश बिश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार व प्रशासन की हटधर्मिता के चलते आगामी दिनों में तीन गांवो में किसान पंचायत आयोजित की जायेगी। उन्होंने बताया कि 9 दिनों से अनशन कर रहे किसानों की सुध लेने के लिए आज तक स्थानीय प्रशासन अथवा सरकार का कोई भी नुमाइंदा नही पहुँचा है। इसी के विरोध में 3 से 5 अक्टूम्बर के बीच पुरबसर, एटा व सिंगरासर में किसान पंचायत आयोजित कर किसानों को आंदोलन में सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा। इसके बाद किसानों व किसान नेताओ की अलग अलग टीमें गांव गांव जाकर जनसम्पर्क करेगी। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है, इसी के चलते किसानों को आंदोलन की राह अपनानी पड़ रही है। किसानों का कहना है कि अगर समय रहते सरकार नही चेती तो 10 अक्टूबर को प्रस्तावित थर्मल घेराव के दौरान किसान अपने हको के लिए जी जान लगा देगें।
जनसम्पर्क और किसान पंचायत के लिण् कामरेड श्योपत राम मेघवाल, गौरीशंकर थोरी, कालूराम थोरी, राजू जाट के नेतृत्व में किसानों की टीमें बनाई गई है।