गोतस्करों ने पांच राउंड फायर किए। जवाब में पुलिस ने भी 15 राउंड फायर किए। बाद में पुलिस ने घेराबंदी कर एक गोतस्कर को गिरफ्तार कर 26 गोवंश मुक्त करा लिए। जबकि एक गोतस्कर पुलिस पर फायरिंग करते हुए फरार हो गया। यह घटना एक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है।
नाकाबंदी तोड़ भागे
पुलिस व क्यूआरटी के जवान रात को गश्त पर थे। तभी कंटेनर में गोवंश तस्करी के लिए ले जाने की सूचना मिली। इसके बाद सैंत के पास नाकाबंदी कराई गई। गोतस्कर वहां पहुंचे और नाकाबंदी तोड़कर भाग निकले।
सात जवान थे वाहन में
राजस्थान पुलिस के जिस वाहन को गोतस्करों ने टक्कर मारी, उसमें सात जवान सवार थे। पुलिसकर्मियों को गाड़ी से हटकर जान बचानी पड़ी। इसके बाद गोतस्करों ने पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दिया।
पकड़ा गया गोतस्कर हरियाणा का
इस घटनाक्रम के दौरान जिस गोतस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसका नाम मुश्ताक पुत्र शुभराती मेव है। वह हरियाणा के नूंह जिले का रहने वाला है। फरार गोतस्कर उसका साथी है।
गिरफ्तार गौ तस्कर बोला मिलते हैं 10 हजार रुपए
गोतस्कर मुश्ताक मेव ने पुलिस को बताया कि नूंह के पास रहने वाले गोतस्कर एक जाति विशेष के लोगों को 50 हजार रुपए देकर गोवंश को गाड़ी में भरवाते हैं। मुझे हर फेरे पर दस हजार रुपए मिलते हैं। पिछले कुछ समय से गोतस्कर मार्ग बदलकर तस्करी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। गोवंश को इस तरह से वाहन में भरते हैं कि उनकी आवाज बाहर नहीं आ सके। पुलिस जांच करे तो गोबर, मूत्र आदि की बदबू तक बाहर नहीं आती है।