RPSC : धरने पर बैठी महिला नेता को थाने ले गई पुलिस, बाद में छोडा
जयपुरPublished: Feb 28, 2020 01:38:38 pm
नहीं मिले आरपीएससी अध्यक्ष तो धरने पर बैठ गई महिला वरिष्ठ अध्यापक माध्यमिक शिक्षा प्रतियोगी परीक्षा का अन्तिम परिणाम जारी करने की मांग को लेकर धरना जारी
RPSC : धरने पर बैठी महिला नेता को पुलिस थाने ले गई, बाद में छोडा
जयपुर। वरिष्ठ अध्यापक—माध्यमिक शिक्षा प्रतियोगी परीक्षा 2018 का अंतिम परिणाम जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का धरना जारी है। इस मामले में शुक्रवार को आम आदमी पार्टी की कीर्ति पाठक आरपीएससी अध्यक्ष दीपक उत्प्रेती से मिलने गई तो वे नहीं मिले और वह धरने पर बैठ गई। पाठक का कहना रहा कि वास्वितकता यह है कि लोग जाग रहे है और अपना हक मांग रहे है, यही इनको हजम नहीं हो रहा है। ये वही ब्रिटिस रूल में चलना चाहते है, कि हम साहब है और साहब को कोई टोक नहीं सकता। ऐसा नहीं चलेगा। सूचना मिलने पर पुलिस पहंुची और धारा 144 का हवाला देते हुए उन्हें थाने ले आई। बाद में थाने में पाठक ने धारा 144 का पता नहीं होने की बात लिखकर दी तो उन्हें छोड दिया गया।
गौरतलब है कि वरिष्ठ अध्यापक—माध्यमिक शिक्षा प्रतियोगी परीक्षा 2018 के परिणाम जारी करने की मांग को लेकर सोमवार को तीन अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठ गए। इसमें झालावाड के संजय मीणा और सवाई माधोपुर के भूपेन्द्र सावरिया व राधेश्याम रेगर शामिल थे।
आमरण अनशन चौथे दिन गुरुवार को राजस्थान एकीकत बेरोजगार महासंघ के उपेन् यादव ने समाप्त करा दिया लेकिन धरना जारी रहा। उन्होंने कहा कि जब तक आयोग की ओर से सभी विषयों के परिणाम जारी नहीं करेगा, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। गौरतलब है कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 का आयोजन अक्टूबर व नवंबर माह 2018 में किया गया और प्रोविजनल परिणाम जुलाई 2019 महीने में जारी कर दिए गए। इसके बाद नवंबर-दिसंबर 2019 में काउंसलिंग भी कर ली गई। इसके बाद अब तक अंतिम परिणाम जारी नहीं हो सका। ऐसे में अभ्यर्थियों में रोष है और अभ्यर्थी लगातार आन्दोलन कर रहे है।