भीषण गर्मी के बाद भी एसएमएस अस्पताल में तेजी से डेगूं के मरीज बढ़ रहे हैं। वैसे बरसाती सीजन में डेगूं के केस ज्यादा देखने को मिलते हैं। लेकिन स्थिति बिल्कुल उलट रही। सर्दी के बाद अब गर्मी में भी अधिकतम केस सामने आ रहे हैं। डेन-5 में मरीज के शरीर में पूरी तरह से थकान महसूस होती है और एक साथ प्लेटरेट्स गिरती है। यह मरीज के घातक भी सिद्द हो सकता है।
2004 से लेकर अभी तक डेंगू के चार स्वरूप डेन 1,2,3 और 4 के केस मरीजों में आते रहे हैं। इनमें से डेन 2 के बाद 3 जानलेवा साबित हुआ है। इसी साल नए सेरोटाइप डेन -5 की पहचान देश के कुछ बड़े शहरों में की गई है।
जनवरी- 39
फरवरी- 11
मार्च- 39
अप्रैल- 53
मई- 60 एसएमएस अस्पताल में लगातार डेगूं के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गर्मी के बाद भी डेगंू के मामले सामने आने के कारण संभावना है कि डेन ५ ने राज्य में दस्तक दी है। हांलाकि इसकी मृत्युदर अन्य के मुकाबले कम है। लेकिन समय रहते रोकथाम हो तो काबू पाया जा सकता है।
डॉ. सीएन नवल, विभागाध्यक्ष, मेडिसन