चीन में अमीर तो हेल्थ इंश्योरेंस आदि का लाभ उठा लेते हैं लेकिन ग्रामीण आबादी को अपनी केयर के लिए काफी खर्चा उठाना पड़ता है। यही वजह रही कि फिल्म आम से खास, हर व्यक्ति के साथ कनेक्ट कर पाई और हिट साबित हुई।
यह फिल्म चीन के उस चेहरे को भी उजागर करती है, जहां पर लोगों को अपनी बात कहने की आजादी बहुत कम है, ताकि वे सरकार के गलत निर्णयों को प्रभावित न कर सकें।
यहां के नेता भी अपने नागरिकों को सुनना पसंद नहीं करते लेकिन जब इस फिल्म ने इतना बड़ा मैसेज देश को देना शुरू कर दिया तो हर कोई बुलंद आवाज में अपनी बात रखने लगा।
आलोचकों ने भी की है फिल्म की जमकर तारीफ
जू जेंग चीन में एक लोकप्रिय अभिनेता हैं, जिन्होंने इस फिल्म में उस व्यापारी मिस्टर लू की भूमिका निभाई है, जो ल्यूकीमिया का मरीज है और दवाओं की तस्करी करते समय पकड़ा जाता है। इस फिल्म का विलेन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज को दिखाया गया है। इस फिल्म की आलोचकों ने भी जमकर तारीफ की है। इस फिल्म की तुलना हाल में रिलीज हुई असुरा फिल्म से की जा रही है, जो कि मेगा बजट फिल्म है और अभी तक महज 7.5 मिलियन डॉलर की कमाई ही कर पाई है। कई स्थानीय पत्रिकाओं ने लिखा है कि यह लो बजट फिल्म घरेलू फिल्मों के लिए एक बड़ा रास्ता बनाने का काम करेगी और देश के सिनेमा को ऐसी अन्य फिल्मों की भी जरूरत होगी।