आर्यन शर्मा . जयपुर. मसाला एंटरटेनर फिल्म बनाने में निर्देशक रोहित शेट्टी का कोई जवाब नहीं है। लॉजिक को नजरअंदाज कर उनकी फिल्में देखी जाएं तो भरपूर मनोरंजन करती हैं। उनकी लेटेस्ट पेशकश ‘सिम्बा’ भी टिपिकल मसाला फिल्म है, जो एक्शन, कॉमेडी, रोमांस, इमोशंस और म्यूजिक का कॉकटैल है। साथ ही इसमें रेप के मुद्दे को भी उठाया गया है। फिल्म का एक और प्लस पॉइंट है, जो है पहली बार कॉप का किरदार निभाने वाले रणवीर सिंह की एनर्जी। फिल्म की कहानी शिवगढ़ से शुरू होती है, जहां अनाथ लड़का संग्राम भालेराव उर्फ सिम्बा (रणवीर सिंह) पुलिसवाला बनने का ख्वाब देखता है। उसका मकसद पुलिस की वर्दी के रूप में पावर हासिल करने का है, जिसके जरिए वह ढेर सारे पैसे बनाना चाहता है। पुलिस इंस्पेक्टर बनकर वह काली कमाई शुरू कर देता है। उसका ट्रांसफर मिरामार पुलिस स्टेशन हो जाता है। इस इलाके में पावरफुल दूर्वा रानाडे (सोनू सूद) का सिक्का चलता है। सिम्बा को पैसों से प्यार है, लिहाजा थाने का चार्ज लेते ही वह दूर्वा से हाथ मिला लेता है। इधर, थाने के सामने गुड फॉर कैटरिंग सेंटर चलाने वाली शगुन (सारा अली खान) से सिम्बा को पहली नजर में ही प्यार हो जाता है। वहीं, चर्च की सीढ़ियों पर रात में गरीब बच्चों को पढ़ाने वाली मेडिकल स्टूडेंट आकृति (वैदही) को देखकर वह काफी इम्प्रेस होता है और उसे अपनी छोटी बहन मान लेता है। लेकिन इसके बाद एक ऐसी घटना होती है, जो सिम्बा की सोच, नजरिए और काम करने के तरीके को बदल देती है।
‘सिंघम’ की जबरदस्त एंट्री और ‘सूर्यवंशी’ की झलक
‘सिम्बा’ की स्टोरी तेलुगू फिल्म ‘टेम्पर’ (2015) से इंस्पायर्ड है। हालांकि इसे काफी चेंजेज के साथ प्रस्तुत किया गया है। कहानी में नयापन नहीं है, मगर रोहित ने इसका ट्रीटमेंट दिलचस्प बनाए रखा है। स्क्रीनप्ले एंगेजिंग है, जिसमें कॉमेडी और एक्शन का पर्याप्त डोज है। डायलॉग्स इम्प्रेसिव हैं, पर मराठी भाषा का ज्यादा इस्तेमाल थोड़ा अखरता है। रोहित ने कहानी में मसाला एंटरटेनर के सारे इन्ग्रीडिएंट्स डालकर परोसा है। रणवीर की परफॉर्मेंस उम्दा है। वह पूरी एनर्जी के साथ मनोरंजन करते नजर आते हैं। कहानी का फिल्म ‘सिंघम’ से कनेक्शन जोडऩा और बाजीराव सिंघम यानी अजय देवगन की एंट्री ‘सिम्बा’ में मनोरंजन का तड़का लगाती है। अक्षय कुमार का सरप्राइज कैमियो भी जबरदस्त है, जो रोहित की अगली मूवी ‘सूर्यवंशी’ की झलक है। सारा अली खान का रोल ज्यादा बड़ा नहीं है, पर वह ‘केदारनाथ’ के बाद एक बार फिर कॉन्फिडेंट लगी हैं। विलेन के रोल में सोनू सूद ठीक हैं। आशुतोष राणा, सिद्धार्थ जाधव, वैदही परशुरामी की परफॉर्मेंस अच्छी है। अन्य सपोर्टिंग कास्ट का काम भी अच्छा है। गीत-संगीत अच्छा है। फिल्म के गाने पहले ही हिट हो चुके हैं। सिनेमैटोग्राफी आकर्षक है।
क्यों देखें : फिल्म में रोहित शेट्टी स्टाइल का मनोरंजन है। एनर्जेटिक रणवीर हैं, चार्मिंग सारा हैं। ‘सिंघम’ है और ‘सूर्यवंशी’ भी। ऐसे में बॉलीवुड की इस साल की आखिरी फिल्म ‘सिम्बा’ पैसा वसूल मनोरंजन है, जो आपको बोर नहीं होने देगी।
रेटिंग : 3 स्टार