उद्घाटन तो हुआ नहीं, उससे पहले ही भवन में लगा फायर फाइटिंग सिस्टम और लिफ्ट के पार्ट्स चोरी हो गए।
इमारत की सार-संभाल के लिए रोडवेज मुख्यालय से प्रतिदिन एक अधिकारी को भेजा जा रहा है।
पिछली कांग्रेस सरकार ने सिंधी कैंप पर बस टर्मिनल बनाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सितंबर 2013 में टर्मिनल का शिलान्यास भी किया था। भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट को छोटा कर दिया।
साल 2018 तक यह बनकर तैयार भी हो गया, मगर 5 साल से उद्घाटन नहीं हो पाया। जानकारी के अनुसार भवन में अभी भी कई तकनीकी खामियां हैं जोकि दूर नहीं की जा सकी हैं।
जमील खान