गौरतलब है कि आग लगने से कूलिंग टावर जलकर पूरी तरह राख हो गया। बिरला सीमेंट प्लांट के अधिकारियों की मानें को प्लांट में करीब एक से डेढ़ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आग पर काबू पाने के लिए नगर परिषद, हिन्दुस्तान जिंक और खुद बिरला सीमेंट की दमकलें एक के बाद एक चक्कर लगाती रहीं। प्लांट में फाइवर आईटम होने के चलते आग पर काबू पाने में ख़ासी मशक्कत करनी पड़ी। गनीमत रही कि आग में कोई जनहानि नही हुई है।
इधर कंपनी प्रबंधन के आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं।