विद्याधर नगर हादसे में गंभीर लापरवाही के बाद नगर निगम ने फायर शाखा में लगे अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में परिवर्तन कर दिया है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी के
काम भी सहायक अग्निशमन अधिकारियों को दिए गए हैं, जिससे की सीएफओ की मनमानी खत्म हो सके और काम का बंटरवारा भी हो जाए। हालांकि, इसमें सम्पूर्ण जिम्मेदारी सीएफओ की ही होगी। निगम आयुक्त रवि जैन ने आदेश जारी किए हैं। कार्यवाहक मुख्य अग्निशमन अधिकारी जलज घसिसा के कार्य क्षेत्र में बनीपार्क, घाटगेट, सीएम हाउस भी रहेगा। उनसे वीकेआई फायर स्टेशन का चार्ज नहीं दिया गया है, जहां आगजनी के दौरान लापरवाही सामने आई थी। बताया जा रहा है कि घसिया का वीकेआई फायर स्टेशन पर ज्यादा दबदबा रहा है।
वहीं, सहायक अग्निशमन ऊषा शर्मा को मालवीय नगर, सीतापुरा, सहायक अग्निशमन राजेन्द्र सिंह को बाइस गोदाम, आमेर, वीकेआई और सहायक अग्निशमन देवांग यादव को मानसरोवर, बिंदायका, झोटवाड़ा का कार्यभार सौंपा गया है।
दर्दनाक हादसे की जांच से उपायुक्त को हटाने की तलाश रहे गली
दर्दनाक हादसे में अग्निशमन कर्मचारी—अफसरों की लापरवाही की जांच के लिए गठित कमेटी में उपायुक्त (फायर) को बाहर निकालने की गली तलाशी जा रही है। जबकि, उपायुक्त ने ही इस मामले की सख्ती दिखाई और पूरी व्यवस्था को सुधारने की प्रक्रिया शुरू की। जिम्मेदारों को बचाने के लिए जो रसूखदार जुटे हैं, वे नहीं चाहते कि उपायुक्त इस कमेटी में रहे। हालांकि, निगम आयुक्त भी इस बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने में जुटे हैंं।
चेसिचस गाडिय़ों पैसा लेप्स…
वीकेआई फायर स्टेशन में करीब 10 चेचिस गाडिय़ा कई सालों से धूल फांक रही है। वर्ष 2012-13 में इन गाडियों की वित्त स्वीकृति1यां तक जारी हो गई थी। निगम फायर अधिकारियों की लापरवाहियों के चलते आज तक इन गाडिय़ों की सुध तक नहीं ली गई। ऐसे में वित्त स्वीकृतियां को लेप्स कर दिया गया। इस दौरान कुछ फायर गाडिय़ों को छोड़ अधिकतर खटारा हालात में खड़ी मिली। महापौर ने चेचिस गाडिय़ों जल्द से जल्द दुरस्त करने के निर्देश दिए है। निगम आयुक्त भी इस बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने में जुटे हैंं।