Wallcity : पहले कराया कंस्ट्रक्शन, अब अवार्ड से पहले ‘नो कंस्ट्रक्शन जोन’
जयपुरPublished: Jan 10, 2020 01:59:39 pm
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Wallcity : पहले कराया कंस्ट्रक्शन, अब अवार्ड से पहले ‘नो कंस्ट्रक्शन जोन’
जयपुर। जयपुर शहर की चारदीवारी क्षेत्र को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में स्थान मिलने के बाद इसके संरक्षण की कवायद शुरू हो गई। इस एरिया को जयपुर नगर निगम जल्द ही नो कंस्ट्रक्शन जोन घोषित करने वाला है। इसके लिए कभी भी अधिसूचना जारी की जा सकती है। मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक इस संबंध में कई फैसले किए गए। मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली स्टेट हैरिटेज कमेटी की इस बैठक में नो कंस्ट्रक्शन जोन घोषित करने के साथ ही चारदीवारी क्षेत्र का नया डिकंजेशन प्लान बनाने पर भी चर्चा हुई। बैठक में मुख्य सचिव ने जयपुर नगर निगम, स्थानीय निकाय निदेशक और मुख्य नगर नियोजक को निर्देश दिए कि जल्द परकोटे के लिए नया डिकंजेशन प्लान बनाया जाए। इसके लिए वर्ष 2013 में बने डिकंजेशन प्लान को भी अपटेड किया जा सकता है।
आपको बता दें कि जयपुर शहर के परकोटा क्षेत्र को पिछले वर्ष जुलाई में यूनेस्को ने विश्व धरोहर का खिताब दिया था। परकोटा क्षेत्र के हैरिटेज के संरक्षण के लिहाज से नीतिगत फैसले लेने के लिए ही सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्टेट हैरिटेज कमेटी का गठन किया था।
31 जनवरी तक जारी होंगे बिल्डिंग बायलॉज
बैठक में नो कंस्ट्रक्शन जोन की अधिसूचना जारी होने के बाद निर्माण की अनुमति के लिए बिल्डिंग रेग्यूलेशन्स (बायलॉज) जारी होंगे। मुख्य सचिव ने ये बिल्डिंग बायलॉज 31 जनवरी तक जारी करने के निर्देश दिए।
5 को आएगी यूनेस्को की महानिदेशक
सूत्रों की माने तो यूनेस्को की महानिदेशक 5 फरवरी को जयपुर आएंगी और परकोटा क्षेत्र का दौरा भी करेंगी। इस दौरान वे परकोटा क्षेत्र को विश्व धरोहर में शामिल करने का प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सौंपेगी। इसके लिए एक समारोह भी आयोजित किया जाएगा।
आयुक्त की कार्यशैली पर नाराज हुए विधायक
सूत्रों के मुताबिक बैठक में विधायक अमीन कागजी और महेश जोशी नगर निगम आयुक्त वी.पी. सिंह की कार्यशैली से खासे नाराज दिखे। इस दौरान विधायकों ने आयुक्त की जमकर खिंचाई। उन्होने मुख्य सचिव के सामने ही सील भवनों को पुन: खोलने का मामला रखा और पूछा कि क्या अब भी सील में डील जारी है। दोनों विधायकों ने कहा जिस अवैध निर्माण को हम सील कराते हैं, उसे कुछ दिनों आप क्यों खोल देते है। इससे क्षेत्र में हमारी छवि पर प्रतिकूल असर पड़ता है। दोनों विधायकों ने यह भी कहा कि शहर में गंदगी और अतिक्रमण को लेकर सैंकड़ों शिकायतें आती हैं। हमें बताना पड़ता है कि कहां गंदगी है और कहां अतिक्रमण है, जबकि ये हमारा काम नहीं हैं।