आइडिया के लिए रिसर्च जरूरी : अधिकांश लोग स्टार्टअप तो करना चाहते है,परंतु उसके लिए आइडिया नहीं खोज पाते। अगर खोज भी लेते है,तो ये ऐसे आइडिया होते है जिन पर बहुत से लोग काम कर रहे होते हैं। मेरा अनुभव बताता हैं कि आपका स्टार्टअप आइडिया जितना यूनीक होगा उतना ही सफलता के अवसर अधिक होंगे। यूनीक आइडिया के लिए आपको थोडी सी रिसर्च करनी होगी। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, फिनटेक में हो रहे बदलावों का अध्ययन करें। उनमें तकनीक की मदद से सुधार की संभावनाओं पर शोध करें।
एक अच्छी टीम की जरूरत : किसी भी अच्छे आइडिया को एक स्टार्टअप में बदलने के लिए आपको एक टीम की जरूरत होगी। अपने स्टार्टअप के लिए ऐसे संस्थापक ढूंढे जिनमें ऐसा कौशल और ज्ञान हो,जो स्टार्टअप की सफलता में योगदान दे।
सलाहकार का होना भी अहम : एक अच्छी टीम बनने के बाद आप अनुभवी व विशेषज्ञ लोगों को सलाहकार के रूप में अपने स्टार्टअप से जोड़े। बहुत से सफल अनुभवी लोग स्वेच्छापूर्वक नए उद्यमी की सहायता करते हैं। वैसे आप ऐसे विशेषज्ञ लोगों को अपने स्टार्टअप में अल्प भागीदारी भी दे सकते हैं।
अपने ग्राहक को पहचानें :स्टार्टअप की सफलता के लिए आवश्यक है कि आप अपने संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह पहचानें। पहले ग्राहकों का लें फीडबैक :अपने आइडिया का एम वी पी यानी न्यूनतम आवश्यक उत्पाद बनाएं। यह आपके उत्पाद का सरलतम रूप होता है जिसे आपका संभावित ग्राहक खरीदने को तैयार हो। आप उसे ग्राहकों के छोटे समूह को उपयोग के लिए दें व उनका फीडबैक लें। ग्राहक के संतुष्ट होने बाद आप अपने उत्पाद को बाजार में उतारने के लिए तैयार हो जाएंगे।
गो टू मार्केट रणनीति बनाएं : एक बार फिर विशेषज्ञों से चर्चा कर अपनी गो टू मार्केट रणनीति बनाएं तथा उसके अनुरूप उसे बाजार में लांच करें। वर्तमान में युवाओं और प्रथम पीढी के उद्यमियों को स्टार्टअप के क्षेत्र में मार्गदर्शन और सहायता देने के लिए सरकार ने विभिन्न शहरों और शैक्षणिक संस्थाओं में इनक्यूवेटर केंद्रों की स्थापना की है। आप इन केंद्रों के विषय मेंजानकारी www.startupindia.gov.in पर प्राप्त कर सकते है। (जैसा कि सौरभ चौबे ने ताबीर हुसैन को बताया, आप रायपुर के हैं)