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प्रत्येक ग्राम पंचायत पर पांच ई-सखी होंगी डिजिटल साक्षर

locationजयपुरPublished: Jun 14, 2018 08:07:22 pm

Submitted by:

Neeru Yadav

प्रत्येक ग्राम पंचायत पर पांच ई-सखी होंगी डिजिटल साक्षर

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प्रत्येक ग्राम पंचायत पर पांच ई-सखी होंगी डिजिटल साक्षर

प्रत्येक ग्राम पंचायत पर पांच ई-सखी को डिजिटली साक्षर करेंगे। प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर इन्हें ट्रेनिंग देंगे। जिले में भामाशाह योजना में ई-सखी परियोजना के तहत डिजिटल साक्षरता के लिए जयपुर (ग्रामीण) क्षेत्र के मास्टर ट्रेनर्स की दो दिवसीय कार्यशाला इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में हुई। प्रशिक्षित ई-सखियां ग्राम पंचायत के लोगों को डिजीटल रूप से साक्षर कर सरकार की विभिन्न योजनाओं और एप के बारे में बताएंगी कि किस प्रकार वे डिजीटल रूप से साक्षर होकर राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ सुगमता से ले सकते है। कार्यशाला के समापन सत्र में ई-सखी परियोेजना के प्रभारी अधिकारी एवं सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के संयुक्त निदेशक आर.के शर्मा ने कहा कि डिजीटल साक्षरता वर्तमान समय की आवश्यकता है। ई-सखी सरकार का एक नवाचार कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को ई-सखी के रूप में डिजीटल साक्षर करना है। इस कार्यशाला में 270 से अधिक मास्टर ट्रेनर ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।शर्मा ने बताया कि 25 से 27 जुलाई को बीकानेर में होने वाले डिजिफेस्ट में बेहतर कार्य करने वाली 100 ई-सखी को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा। कार्यशाला के समापन के अवसर पर ऑनलाइन क्विज सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यशाला में जगदीश मीना उप निदेशक सांख्यिकी, ऋतेश शर्मा एसीपी उप निदेशक सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, कलेक्ट्रेट सहित जिले के आई.टी केन्द्रों से आए मास्टर ट्रेनर एवं सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के कार्मिकों ने भाग लिया।
यह है राजस्थान ई-सखी योजना
राज्य सरकार ने सार्वजनिक कल्याण योजनाओं का लाभ उठाने के लिए परिवार की महिला को प्रमुख बनाया है, विभाग की ओर से ई-सखी योजना के माध्यम से, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई हैं। इस सरकारी योजना में सभी महिलाओ को मोबाइल और कंप्यूटर की जानकारी होना अनिवार्य है।
इस तरह सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की सहायता से लगभग 95 आईटीजीके केन्द्रों को सभी स्थानों पर ई-सखी चुनकर मुक्त प्रशिक्षण के लिए विभाग द्वारा चुना जाएगा।

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