scriptभेजे पांच हजार नोटिस, डेढ साल पहले पैसे दिए कम, अब जमा कराओ | Five thousand sent notice, paid less now submit | Patrika News

भेजे पांच हजार नोटिस, डेढ साल पहले पैसे दिए कम, अब जमा कराओ

locationजयपुरPublished: Aug 29, 2018 04:57:14 pm

Submitted by:

Vijay Sharma

लाइसेंस राशि बढाने के बाद भी 14 दिन तक अपग्रेड नहीं किया था सिस्टम, पुरानी दरों से ही बने थे लाइसेंस

jaipur

भेजे पांच हजार नोटिस, डेढ साल पहले पैसे दिए कम, अब जमा कराओ

जयपुर। राज्य के सबसे मलाईदार परिवहन विभाग में अफसरों की खामियों का खमियाजा जनता को उठाना पड रहा है। मामला जुडा है दिसंबर 2016 में बढाई गई लाइसेंस दरों से। विभाग ने 29 दिसंबर 2016 को लाइसेंस दरों में बढोतरी तो कर दी, लेकिन 14 दिन तक सॉफ्टवेयर को अपडेट नहीं किया। ऐसे में 11 जनवरी 2017 को साफ्टवेयर अपडेट किया गया। इस बीच जनता के लाइसेंस पुरानी दरों से ही बने। अब 2017—18 की महालेखाकार आॅडिट में इस राशि का बडा अंतर सामने आया है। इधर अफसरों ने राशि के अंतर को पूरा करने के लिए जनता को ही निशाना बना डाला। विभाग की ओर से जनता को नोटिस भेजकर अंतरराशि मांगी जा रही है। जयपुर की बात करें तो पांच हजार लोगों से तकरीबन 40 लाख रुपए अंतरराशि के रूप में वसूले जाने हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि राज्य में यह आंकडा करोडों में आएगा।
यह है लाइसेंस की दरें

लाइसेंस पुरानी राशि नई राशि
अंतरराष्ट्रीय : 500———————————1000

परमानेंट , 250—————————— 1000.

रिन्युअल 250——————————— 400

डिप्लीकेट 200————————————400

ताजा उदाहरण अभी आया सामने
परिवहन विभाग का यह कारनामा पहला नहीं है। हाल ही प्रदूषण प्रमाण पत्र को लेकर एक और मामला सामने आया था। प्रदूषण प्रमाण पत्र में पैनल्टी को लेकर हाईकोर्ट ने रोक के आदेश दिए थे। आदेश के बाद विभाग ने पैनल्टी तो बंद कर दी। लेकिन साफ्टवेयर अपडेट नहीं किया। ऐसे में सात दिन तक लोगों के प्रदूषण प्रमाण पत्र नहीं बने। सात दिन बाद साफ्11 जनवरी 2017 साफ्टवेयर अपडेट हुआ। तब जाकर काम शुरू हो पाया।
घर पहुंच रहे नोटिस, लोग चौंक रहे
इधर जयपुर आरटीओ की ओर से लाइसेंस की अंतरराशि के वसूलने के नोटिस लोगों के घरों में पहुंच रहे है। ऐसे में लोग नोटिस् देकर चौंक रहे हैं। इतना ही नहीं लोग पूछताछ के लिए आरटीओ कार्यालय आ रहे है। लेकिन विभाग की गलती की खामियाजा लोगों को उठाना पड रहा है। ऐसे मेें कई लोग है जो आरटीओ में आकर शिकायत कर रहे है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो