फिक्सिंग मास्टरमाइंड डांडीवाल गिरफ्तार, बीसीसीआई एसीयू करेगी पूछताछ
जयपुरPublished: Jul 06, 2020 11:15:26 pm
चंडीगढ़ में हाल ही में आयोजित कराया था फर्जी टी-२० लीग मैच, पांच दिन की हिरासत में भेजा
फिक्सिंग मास्टरमाइंड डांडीवाल गिरफ्तार, बीसीसीआई एसीयू करेगी पूछताछ
चंडीगढ़/नई दिल्ली। पंजाब पुलिस ने सोमवार को कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय टेनिस मैच फिक्सिंग में आरोपी रवींद्र डांडीवाल को मोहाली से गिरफ्तार कर लिया है। डांडीवाल ने हाल ही में चंडीगढ़ में फर्जी श्रीलंका टी-20 लीग का मैच आयोजित कराया था। उन्हें अदालत में पेश किया गया और पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। बीसीसआई की रडार पर चल रहे डांडीवल ने हाल ही में 29 जून को युवा टी-20 लीग का मैच आयोजित किया था जो सोशल मीडिया चैनल पर दिखाया गया था।
पुलिस से शेयर करेंगे जानकारी : अजीत सिंह
बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई (एसीयू) टीम मोहाली पहुंच रही है और पुलिस से जानकारी साझा करेगी। बीसीसीआई एसीयू के अध्यक्ष अजीत सिंह ने इस बात की पुष्टि की। अजीत ने एजेंसी से कहा, हां, उनको गिरफ्तार किया गया है और हम वहां अपनी टीम भेज रहे हैं। हमसे जितनी हो सकेगी उतनी जानकारी हासिल करने की कोशिश करेंगे, हमारे पास जो जानकारी है हम वो भी पुलिस से शेयर करेंगे।पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ खिलाड़ी राज्य की राजधानी से 15 किलोमीटर दूर सवारा गांव में क्रिकेट अकादमी में मैच खेल रहे थे। इस मैच को श्रीलंका की युवा टी-20 लीग का मैच बता कर प्रसारित किया जा रहा था। मोहाली के पुलिस अधिक्षक कुलदीप सिंह चहल ने मीडिया को बताया, डांडीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है और हम इस रैकेट में उनके रोल की जांच कर रहे हैं।
दो अन्य भी गिरफ्तार
इससे पहले पुलिस ने राजू और पंकज को भी गिरफ्तार किया है जिन्होंने इस मैदान को स्ट्रोकर्स क्रिकेट संघ से 33,000 रुपए देकर बुक किया था। फर्जी क्रिकेट मैच की खबर परमिंदर सिंह की शिकायत पर आई। एक सीनियर अधिकारी ने एजेंसी से कहा, जो भी खिलाड़ी इसमें खेल रहे थे वो छोटे स्तर के खिलाड़ी थे जिन्हें 5,000 से 10,000 रुपए देकर खेलने के लिए बुलाया गया था। इसमें कुछ रणजी खिलाडिय़ों का रोल भी जांच का विषय है।
काली त्वचा वाले खिलाडिय़ों को चुना गया
उन्होंने बताया कि उन खिलाडिय़ों को चुना गया जिनकी त्वचा का रंग काला था ताकि ऐसा लगे कि श्रीलंका के खिलाड़ी खेल रहे हैं। दो कैमरे ऐसे लगाए गए थे कि वो खिलाडिय़ों की पीठ को कवर कर सके और उनका चेहरा दिखाई न दे। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में अपनी संलिप्ता से पहले ही इनकार कर दिया है।