-नमक उद्यमी चिंतित सूत्रों के मुताबिक सांभर झील में पक्षियों की मौत के बाद अब नमक उद्यमियों की चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नमक के लदान पर रोक लगाने के आदेश जारी किए गए है। नमक के नमूने लिए जा रहे है। जबकि पिछले चार माह से झील क्षेत्र व उसके आस-पास की नमक उत्पादन इकाइयों में नमक का उत्पादन बंद है। वर्तमान में नमक उद्यमी केवल पूर्व में किए गए स्टॉक को ही पिसाई एवं रिफ ाइंड करके बाजार में भिजवा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक अभी तक सांभर झील से 24 हजार से अधिक पक्षियों को दफनाया जा चुके है। नावां में गुरुवार को 212 पक्षी मृत तो 77 पक्षी बीमार हालत में मिले है। इधर सांभर में 34 पक्षी मृत और 34 ही जीवित मिले है। वहीं दूसरी ओर काचरोदा नर्सरी में 368 पक्षी जीवित है। 46 पक्षियों को रतन तालाब शिफ्ट कर दिया गया है। यहां नावां स्थित रेस्क्यू सेंटर से करीब 77 पक्षी सांभर स्थित काचरोदा नर्सरी में लाए गए है। हैरत की बात है कि, नावां से पक्षियों को लेकर रवाना हुई एम्बुलेंस को नावां पालिकाध्यक्ष सरिता गोधा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर कोई गंभीरता नजर नहीं आई