प्राकृतिक स्रोत
गहरी हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, मेथी, फलियां, मटर, खट्टे-मीठे फल जैसे खरबूजा, संतरा, केले, नींबू, स्ट्राबेरीज और अंगूर फोलेट के अच्छे स्रोत हैं। ब्रेड, साबुत अनाज, आटा, चावल, पास्ता में भी यह काफी मात्रा में होता है। सभी प्रकार के अंकुरित अनाज भी फोलेट के अच्छे स्रोत होते हैं।
गहरी हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, मेथी, फलियां, मटर, खट्टे-मीठे फल जैसे खरबूजा, संतरा, केले, नींबू, स्ट्राबेरीज और अंगूर फोलेट के अच्छे स्रोत हैं। ब्रेड, साबुत अनाज, आटा, चावल, पास्ता में भी यह काफी मात्रा में होता है। सभी प्रकार के अंकुरित अनाज भी फोलेट के अच्छे स्रोत होते हैं।
कितना जरूरी है
फॉलिक एसिड नई कोशिकाओं के निर्माण और उन्हें बनाए रखने में सहायता करता है, विशेषरूप से रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए शरीर में इसका पर्याप्त स्तर होना बहुत जरूरी है। यह कैंसर के कारण कोशिकाओं के डीएनए में होने वाले परिवर्तनों को भी रोकने का प्रयास करता है।
फॉलिक एसिड नई कोशिकाओं के निर्माण और उन्हें बनाए रखने में सहायता करता है, विशेषरूप से रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए शरीर में इसका पर्याप्त स्तर होना बहुत जरूरी है। यह कैंसर के कारण कोशिकाओं के डीएनए में होने वाले परिवर्तनों को भी रोकने का प्रयास करता है।
गर्भावस्था में
गर्भस्थ शिशु में जन्मजात विकृतियां होने की आशंका गर्भावस्था के 3-4 सप्ताह में होती हैं, इसलिए जरूरी है कि गर्भवती के शरीर में उन प्रारंभिक चरणों में जब बच्चे का मस्तिष्क और स्पाइनल कार्ड विकसित हो रही हो फोलेट की उचित मात्रा होना चाहिए।
गर्भस्थ शिशु में जन्मजात विकृतियां होने की आशंका गर्भावस्था के 3-4 सप्ताह में होती हैं, इसलिए जरूरी है कि गर्भवती के शरीर में उन प्रारंभिक चरणों में जब बच्चे का मस्तिष्क और स्पाइनल कार्ड विकसित हो रही हो फोलेट की उचित मात्रा होना चाहिए।