शर्मा ने केन्द्र सरकार को जुमलेबाजी वाली सरकार कहते हुए कहा कि आंदोलनजीवी, परजीवी जैसे शब्द लाए गए लेकिन केन्द्र के लिए भी फेंकू जीवी, हठजीवी और बेचूंजीवी शब्द निकाले गए हैं। विपक्ष के भाजपा सदस्यों पर निशाना साधते हुए शर्मा ने कहा कि पहली बार उबाऊ, थकाऊ और निराशा में जीने वाला विपक्ष सदन में देखा है। निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि विपक्ष ने महंगाई, पेट्रोल डीजल पर बात नहीं की। वैट कम करने की बात करते हैं लेकिन स्पेशल एक्साइज् डयूटी की नहीं।साथ ही लेटर बम का जिक्र करते हुए विपक्ष के भाजपा सदस्यों पर निशाना साधा।