सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश में ऊंट संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए नई पहल के अनुसान ऊंटनी का दूध सरस डेयरी के केंद्रों पर उपलब्ध करवाया जाएगा, जिससे कि ना केवल इन्हें बचाया जा सकेगा, बल्कि इनके दूध से लोगों को भी फायदा मिलेगा। पशुपालन बोर्ड के अध्यक्ष गोवर्धन राईका ने कहा कि इस पहल को लेकर तैयारी चल रही है। साथ ही कहा कि इसका मकसद ऊंट को बचाना और ऊंटनी जिसका दूध स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है, जो बीमारियों से लड़ने में बेहतर विक्लप साबित हो सकता है। लोगों तक पहुंचाया जा सके।
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तो वहीं इस मामले में बीकानेर में स्थित नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन कैमल के निदेशक ने कहा कि ऊंटनी के दूध में पौष्टिक तत्वों की भरमार होती है। साथ इनके दूध में ऐसी औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कई रोगों से लड़ने में मददगार साबित हो सकते हैं। जबकि जानकारों का कहना कि ऊंटनी का दूध मुघुमेह के रोगियों के काफी गुणकारी होता है। यह भी पढ़ें