विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने लिया कश्मीर के हालात का जायजा
जयपुरPublished: Feb 13, 2020 12:41:00 am
कड़ी सुरक्षा: सही आकलन करने आए
विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने लिया कश्मीर के हालात का जायजा
जम्मू.
अनुच्छेद-370 को बेअसर किए जाने के बाद मौजूदा हालातों का जायजा लेने के लिए यूरोपीय देशों के 25 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर कश्मीर पहुंचा।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सभी ने शिकारा में बैठकर डल झील की सैर की। इस दौरान झील के किनारे तीन कश्मीरी युवकों ने जम्मू—कश्मीर में बेहतर निवेश के बजाय व्यर्थ पैसा खर्च करने का आरोप लगाते हुए प्रतिनिधिमंडल को बुलाए जाने पर आपत्ति जताई। पुलिस ने इन्हें खदेड़ दिया। अफगानिस्तान से आए ताहिर कादिरी ने कहा कि हम जमू-कश्मीर के दौरे पर हैं, ताकि स्थिति का सही आकलन किया जा सके। डोमिनिकन गणराज्य की फ्रैंक हंस डैनबर्ग ने कश्मीर के परिदृश्य की सराहना की। भाजपा प्रवक्ता खालिद जहांगीर ने केंद्र सरकार से तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को साथ लेकर जनता का दिल जीतने का आग्रह किया।
नजरबंद नेताओं की रिहाई की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रतिनिधि मंडल से नजरबंद नेताओं को रिहा करने और इंटरनेट बहाली संबंधी कई मागें उठाईं। पहाड़ी और गुर्जर समुदाय के कार्यकर्ताओं ने मुलाकात कर वन संरक्षण अधिनियम लागू कराने की मांग की।
उमर की हिरासत, सारा की याचिका पर सुनवाई से हटे जज
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की पब्लिक सेटी एक्ट (पीएसए) के तहत हिरासत को चुनौती देने वाली याचिका की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई बुधवार को टल गई। जस्टिस एनवी रमन की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ के समक्ष जैसे ही मामले की सुनवाई शुरू हुई खंडपीठ में शामिल जस्टिस एमएम शांतानगौदार ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। उन्होंने कहा कि मैं इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग करता हूं। अब मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी। अब्दुल्ला की बहन सारा अब्दुल्ला पायलट ने गत सोमवार को याचिका दायर की थी। उनकी ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने मामले का विशेष उल्लेख उसी दिन जस्टिस एन वी रमन की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष किया था।