राजस्थान विश्वविद्यालय और उससे सम्बदृध कॉलेजों में इस सत्र में किसी भी विद्यार्थी ने प्रवेश नहीं लिया है। विश्वविद्यालय में सिर्फ 5 विदेशी छात्र हैं, जिनमें से 4 महिलाएं और एक पुरुष है। बांगलादेश की एक छात्रा फैकल्टी आॅफ विजुवल आर्टस में है, नेपाल की एक छात्रा ईएलएलसीएस डिपार्टमेंट में है, अफगानिस्तान का एक छात्र राजस्थान कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष में है, इंडोनेशिया की एक छात्रा बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी कर रही है वहीं एक यूएसए की छात्रा स्टेटिक्स में पीएचडी कर रही है।
आरयू विदेशी विद्यार्थियों को अपने यहां पढ़ाई करने के लिए इनवाइट ही नहीं करता है और न ही किसी तरह का कोई प्रचार प्रसार करता है, जिससे विदेशी विद्यार्थी यहां पढ़ाई के लिए आएं। राजस्थान विश्वविद्यालय सिर्फ वेबसाइट पर जानकारी अपलोड करके खानापूर्ति कर लेता है। दूसरी ओर प्राइवेट यूनिवर्सिटीज एमओयू, एक्सचेंज प्रोग्राम और इंटर्नशिप आदि के जरिए लगातार बाहरी कैंपस से जुड़े रहते हैं। उनके विद्यार्थी भी विदेशों में जाते हैं और विदेशी यहां आते हैं, लेकिन राजस्थान विश्वविद्यालय इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि प्रदेशभर के निजी विश्वविद्यालयों में बड़ी संख्या में विदेशी विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं।
इस बार एक भी नया विदेशी स्टूडेंट विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने नहीं आया। हमने विदेशी स्टूडेंट्स के प्रवेश से से संबंधित सभी जानकारी वेबसाइट पर अपलोड कर रखी है।