गोवर्धन जी में पूजा को लेकर 21 किमी परिकृमा मार्ग में मानव श्रंखला बन गई। बृज रज के स्पर्श के बीच भक्तों ने लेटकर व नंगे पैर परिकृमा लगाई। (तस्वीरें - कृष्ण चन्द्र दुबे) Govardhan Puja 2017
गोवर्धन पूजा के मुख्य केंद्र गोवर्धन धाम में एक बार फिर से पांच हजार साल पुरानी परंपरा में द्वापर युग साक्षात हुआ।
Govardhan Puja 2017
भगवान कृष्ण के द्वारा एक रूप में पूजत और दूसरे रूप में पूजाय की अभिव्यक्ति के साथ लाखों देशी विदेशी भक्त गोवर्धन महाराज की तलहटी पहुंचे। Govardhan Puja 2017
द्वापर युग में जब ब्रज वासियों ने पूजा की तो अब देश के कोने कोने आये भक्तों के साथ विदिशियों ने भी दही माखन की मटकी लेकर बृज गोपी बनकर गिर्राज जी का अभिषेक किया। Govardhan Puja 2017