पिछले अप्रेल और मई के आंकड़ों को देखें तो जयपुर में इस अवधि में पिछले साल के मुकाबले अधिक पर्यटक आए हैं। यह संख्या हर माह 2 लाख के पास पहुंच रही है। हालांकि विदेशी पर्यटक कम संख्या में पहुंच रहे हैं।
देसी रुकते, विदेशी चले जाते स्कूल की छुट्टियों के चलते जयपुर में देसी सैलानी अधिक आ रहे हैं। आसपास के राज्यों से 2-3 दिन का कार्यक्रम बनाकर आ रहे इन पर्यटकों को गर्मी के कारण घूमने के लिए सुबह-शाम का समय ही मिल रहा है। दिन के समय होटल में बंद रहना पड़ रहा है। विदेशी पर्यटकों में से ज्यादातर दिल्ली से आ रहे हैं, जो कुछ घंटे बिताकर आगरा चले जाते हैं। इनमें से जो पर्यटक सुबह देर से पहुंचते हैं, उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
पर्यटकों की परेशानी – शहर के अधिकतर पर्यटन स्थलों पर पीने के ठंडे पानी की उचित व्यवस्था नहीं, पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है । – आवागमन के पर्याप्त और उचित साधन नहीं हैं।
– जो सैलानी समूह में नहीं आते, उनके लिए आमेर किले से शहर आना मुसीबत से कम नहीं है, यही स्थिति नाहरगढ़ फोर्ट की भी है। ये सुविधाएं जुटाएं – गर्मी में आमेर फोर्ट और नाहरगढ़ फोर्ट से वाहनों की उचित व पर्याप्त व्यवस्था हो, किराया भी तय हो
– सभी पर्यटन स्थलों पर ठंडे पेयजल का समुचित इंतजाम हो – जंतर-मंतर की टिकट विंडो पर छाया की व्यवस्था हो सैलानी बोले, हालात में सुधार की जरूरत एलोविया, कैलीफोर्निया ने कहा कि यहां गर्मी ज्यादा है। व्यवस्थाएं पुख्ता करनी चाहिए ताकि घूमने आने वालों को परेशानी नहीं हो।
विलियमसन, कनाडा ने कहा कि घूमने आए हैं इसलिए परेशानी उठाकर भी पर्यटन स्थलों पर जा रहे हैं। देखने-समझने के लिए जयपुर में बहुत कुछ है, बस यहां व्यवस्थाओं को सुधारना चाहिए। ट्रैफिक बहुत बुरा है।