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सूत्रों के मुताबिक, बीएल जोशी का पार्थिव देह देर रात तक जयपुर पहुंच सकती है। जहां शहर के बनीपार्क मार्ग पर उनका निवास स्थान है। उनके मौत को लेकर प्रदेश के पूर्व सीएम रहे अशोक गहलोत ने ट्वीटर के जरिए व्यक्तिगत क्षति बताया है। साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि भी दी है। गौरतलब है कि बीएल जोशी भारतीय राजनीति के जानेमाने चेहरे में से एक रहे। वे भारत के कई राज्यों के उपराज्यपाल और राज्यपाल रह चुके थे। बीएल जोशी ने अपनी स्नातक की पढ़ाई कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कालेज से किया। उसके बाद विश्वविद्यालय विधि महाविद्यालय, कोलकाता से विधि में स्नातक किया। राजस्थान में जन्में जोशी अपने करियर की शुरुआत बतौर राजस्थान पुलिस में साल 1957 में शुरु की। फिर बाद में उन्होंने पुलिस सेवा में अधिकारी भी रहे। साल 1991 में पुलिस की नौकरी छोड़ उन्होंने खुद को समाजिक कार्यों से जोड़ लिया। फिर इसी काम के कारण साल 1993 में यूएस गए जहां उन्होंने एक एनजीओ के साथ मिलकर समाजिक क्षेत्र में अहम काम भी किए। फिर साल 2000 में वो भारत वापस लौट आए।
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भारत वापस लौटने के साल ही उन्हें राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग का सदस्य भी बनाया गया। तो वहीं जोशी नेहरू-गांधी परिवार के साथ अपनी नजदीकियों के लिए भी पहचाने गए। बीएल जोशी का राज्यपाल के तौर पर कार्यकाल- उत्तर प्रदेश 2009 से 24 जून 2014 तक। 2004 से 2007 तक दिल्ली के लेफ्टिनेंट-गवर्नर। 2007 में मेघालय के राज्यपाल रहे। उत्तराखंड में बतौर राज्यपाल अक्टूबर 2007 से जुलाई 200 9 के बीच रहे।