सैनी 2018 में राज्यसभा में भेजे गए थे और वे करीब 15 माह तक सांसद रहे। हाल ही में सैनी का निधन हो गया था और अब इस पर उपचुनाव कराए जा रहे है। राजस्थान में कांग्रेस के सौ से ज्यादा विधायक है और यह तय है कि यह सीट कांग्रेस के खाते में ही जाएगी।
राजस्थान से अभी राज्यसभा में एक भी सीट नहीं है और लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस सभी 25 सीटों पर चुनाव हार गई थी। अब इस राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव होने से कांग्रेस का संसद में प्रतिनिधित्व भी हो जाएगा। कांग्रेस के अभी सौ विधायक है। इसके अलावा कांग्रेस को निर्दलीय, रालोद,बसपा विधायकों का भी समर्थन है। ऐसे में करीब 120 के करीब विधायकों का समर्थन कांग्रेस को मिल जाएगा। वहीं भाजपा की बात करें तो पार्टी को विधानसभा चुनाव में 73 सीटें मिली थी। इनमें से एक विधायक नरेन्द्र खींचड अब सांसद बन गए है। वहीं नागौर के खींवसर विधायक रालोपा के हनुमान बेनीवाल नागौर से सांसद चुने गए थे।
इस सीट पर मनमोहन सिंह यदि चुने जाते हैं तो उनका कार्यकाल 3 अप्रैल, 2024 तक होगा। आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने गुरुवार को ही राजस्थान में रिक्त हुई सीट के लिए चुनाव की तारीख का ऐलान किया है। इस सीट पर चुनाव 26 अगस्त को होगा और उसी दिन नतीजों का ऐलान किया जाएगा।
इलेक्शन के लिए अधिसूचना 7 अगस्त को जारी की जाएगी। नामांकन की आखिरी तारीख 14 अगस्त होगी और 19 तारीख तक कैंडिडेट्स अपने नाम वापस ले सकेंगे। असम से लगातार 5 बार राज्यसभा के सांसद रहे मनमोहन सिंह का हाल ही में कार्यकाल समाप्त हुआ है। कांग्रेस असम से मनमोहन सिंह को सदन में भेजने की तैयारी में नहीं है। ऐसे में कांग्रेस ने राजस्थान से ही दिग्गज नेता को राज्यसभा में भेजने का फैसला लिया है।