इस तरह देते थे वारदात को अंजाम-
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वह अपनी नशा आदि की जरूरतों को पूर्ति करने के लिए दिन में घूमकर बिना सेन्टर लॉक वाली दुकानों को चिन्हित करते हैं। और रात के समय साथियों का साथ लेकर पूर्व से चिन्हित दुकान पर जाकर दुकान के शटर को खींचकर उपर उठाते है और उसमें घुसकर नगदी और अन्य सामान चोरी करते हैं। साथ ही बाहर की और निगरानी रखने वाला व्यक्ति अपने पास दोनों हाथों में पत्थर लेकर रखता है जो किसी प्रकार की जाग होने पर पीचा करने पर पत्थर से हमला करके भाग जाते हैं।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वह अपनी नशा आदि की जरूरतों को पूर्ति करने के लिए दिन में घूमकर बिना सेन्टर लॉक वाली दुकानों को चिन्हित करते हैं। और रात के समय साथियों का साथ लेकर पूर्व से चिन्हित दुकान पर जाकर दुकान के शटर को खींचकर उपर उठाते है और उसमें घुसकर नगदी और अन्य सामान चोरी करते हैं। साथ ही बाहर की और निगरानी रखने वाला व्यक्ति अपने पास दोनों हाथों में पत्थर लेकर रखता है जो किसी प्रकार की जाग होने पर पीचा करने पर पत्थर से हमला करके भाग जाते हैं।