एसीपी (झोटवाड़ा) हरीशंकर शर्मा ने बताया कि वारदात से दस दिन पहले दिल्ली से आगरा पहुंचकर हथियार खरीदने के बाद पंकज, रमन सहित चार लोग जयपुर पहुंचे। यहां पर दिलीप से मिलने के बाद पंकज व रमन रूक गए और दो वापस लौट गए। दिलीप ने गोपालपुरा निवासी विनोद प्रजापति को स्कूटी उपलब्ध करवाने के लिए तैयार किया। विनोद ने अपनी महिला मित्र को जरूरी काम होने का हवाला दे उसकी स्कूटी लुटेरों के लिए मांग ली। लुटेरों ने दस दिन में तीन चार आभूषण व्यापारियों की अच्छी तरह से रैकी की और फिर वारदात को अंजाम दिया।