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जयपुर

नया डेथ वॉरंट जारी, अब 1 फरवरी को चारों दोषियों को फांसी

राष्ट्रपति ने दोषी मुकेश की दया याचिका की खारिज

जयपुरJan 18, 2020 / 01:55 am

anoop singh

नया डेथ वॉरंट जारी, अब 1 फरवरी को चारों दोषियों को फांसी

नया डेथ वॉरंट जारी, अब 1 फरवरी को चारों दोषियों को फांसी

नई दिल्ली.

दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों के खिलाफ शुक्रवार को नया डेथ वॉरंट जारी किया है। वारंट के अनुसार दोषियों को 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा। इससे पहले राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में मौत की सजा पाए दोषी मुकेश सिंह की दया याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी। दया याचिका खारिज होने के बाद प्रक्रिया के तहत नया डेथ वॉरंट जारी करना पड़ा और फांसी की तारीख बढ़ानी पड़ी है। तिहाड़ जेल अधिकारियों ने कोर्ट में अर्जी पेश कर चारों दोषियों के नए डेथ वारंट जारी करने की अपील की थी। उधर, निर्भया के माता-पिता ने दोषियों को फांसी में देरी पर राजनीतिक पार्टियों पर आरोप लगाए हैं।
नए डेथ वारंट के बाद बोलीं निर्भया की मां

जो मुजरिम चाहते हैं वही हो रहा-तारीख पे तारीख

पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा नया डेथ वांरंट जारी करने पर निर्भया की मां बोलीं, जो मुजरिम चाहते थे वही हो रहा है। तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख। हमारा सिस्टम ऐसा है कि जहां दोषी की सुनी जाती है।
सरकार को हमारा दुख दिखाई नहीं देता
सरकार को हमारा दुख दिखाई नहीं देता है। हम दो दलों (आप और भाजपा) की राजनीति के बीच ***** रहे हैं। फांसी में जानबूझकर देरी की जा रही है।
ये मेरी बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़
2012 में ये राजनीतिक दल सड़कों पर उतरे थे। लेकिन आज ये लोग ही मेरी बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। हमें मोहरा बनाया गया। निर्भया की मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आह्वान किया कि 2014 में नारा दिया था कि बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार के अनुरूप 22 जनवरी को दोषियों को फांसी दिलाएं।
हमने किया सरकार का काम
सात साल हो गए घटना हुए, ढाई साल हो गए सुप्रीम कोर्ट से फैसला आए। 18 महीने हो गए रिव्यू पिटिशन खारिज हुए, जो काम जेल को, सरकार को करना चाहिए था, वह काम हमने किया।

14 दिन का अंतराल जरूरी
शत्रुघ्न चौहान मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार, दया याचिका की अस्वीकृति के आदेश की प्राप्ति की तारीख और सज़ा के निष्पादन की तारीख से 14 दिनों का अंतराल होना चाहिए।
ट्रायल कोर्ट: 7 जनवरी को सभी चार दोषियों की फांसी के लिए डेथ वारंट जारी किया था, जिसमें 22 जनवरी को फांसी देना तय हुआ था।
हाईकोर्ट: डेथ वारंट को खारिज करने से इनकार किया।
सुप्रीम कोर्ट: मुकेश और विनय शर्मा की क्यूरेटिव याचिकाओं को खारिज कर दिया था।
अब तक
-अन्य तीन दोषी अक्षय सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा ने अभी तक दया याचिका दायर नहीं की है।
-पवन और अक्षय ने अभी तक क्यूरेटिव याचिका भी दाखिल नहीं की हैं।

देरी पर सियासी बयानबाजी
हमने नहीं की देरी
दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले सभी काम हमारे द्वारा कुछ घंटों में ही पूरे किए गए हैं। देरी में शायद ही इसमें कोई भूमिका हो। हम चाहते हैं कि दोषियों को जल्द फांसी दी जाए।
-अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री दिल्ली
दिल्ली सरकार ने की देरी
दिल्ली की आप सरकार की लापरवाही से दोषियों को अभी तक फांसी नहीं दी गई है। ढाई साल से अधिक की देरी हुई। दिल्ली सरकार की दोषियों से सहानुभूति है और यह देरी इसी का नतीजा है।
– प्रकाश जावडेकर, केंद्रीय मंत्री
सो रही थी दिल्ली सरकार
जुलाई 2018 में रिव्यू पिटीशन खारिज होने के बाद दिल्ली सरकार के अधीन आने वाला जेल प्रशासन क्या सो रहा था। क्या दिल्ली सरकार ने निर्भया की मां के आंसू नहीं देखे ।
– स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री

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