थाने में दी शिकायत के आधार पर कलेक्ट्रेट परिसर में नींदड़ बैनाड़ का एक वकील बैठता है। वह कुछ बीमारी से परेशान रहता था। उसकी मदद के लिए पत्नी भी साथ आती और कुछ कामकाज में हाथ बंटाती। लगातार बीमार रहने से परेशान दंपति को कलेक्ट्रेट परिसर में किसी केस के सिलसिले में आए जमील बाबा से मुलाकात हुई।
जमील बाबा ने वकील का चेहरा देखकर उस पर उपरी साया बताया और दवाईयों के असर नहीं होने की बात भी कही। इसके अलावा जितने चिकित्सकों को दिखाने पर सेहत और कमजोर होने की बात भी कही। इससे वकील दंपति को बाबा की बात पर यकीन होने लगा। इस बात का फायदा उठाते हुए जमील बाबा ने रफीक और इकबाल ने भी बाबा के इलाज सही करने को जायज ठहराया।
बाबा जमील ने बताया कि दरगाह में चलकर उसका इलाज किया जाएगा। इसके लिए तीन चार बार में कई हजार रुपए ले लिए, यहां तक की वकील की तबीयत बिगड़ने पर एक उसकी पत्नी को 50 हजार रुपए लेकर शास्त्रीनगर स्थित अमानीशाह बाबा की दरगाह पर बुलाया। उसे अकेला आने के लिए कहा। इसके बाद जमील बाबा ने दरगाह के बाहर महिला और रफीक, शफीक और इकबाल समेत कई लोग मौजूद थे।
ढोंगी बाबा ने महिला को आंख बंद कर बैठने के लिए कहा और झाड़ फूंक के नाम पर महिला के शरीर में कई जगहों पर हाथ लगाता रहा। हालांकि शुरूआत में महिला असहज हो गई, लेकिन पति की बीमारी से बचाव समझ कर चुप रही। करीब तीन घंटे तक टोना—टोटका कर महिला को भेज दिया गया, लेकिन एक साल गुजर जाने के बाद भी महिला के पति की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। अब महिला ने थाने में ढोंगी जमील बाबा और उसके दो तीन चेलों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है।