गौरतलब है कि सिटी सर्कल के जवाहर नगर उपखंड मामले में 1.40 लाख रुपए गबन का मामला विभाग की स्पेशल आॅडिट में सामने आया था। इस पर विभाग ने तीन एईएन और तीन कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया वहीं निलंबित कर्मचारियों समेत दो दर्जन कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराने के संबंध में शिकायत दी। हालांकि बीते दो महीने तक पुलिस ने शिकायत को अनुसंधान में डाले रखा और इस दौरान किसी भी कर्मचारी या अफसर से कोई पूछताछ नहीं की।
गबन मामले की उच्च स्तरीय शिकायत के बाद विभाग में स्पेशल आॅडिट के आदेश विभाग के प्रमुख शासन सचिव रजत कुमार मिश्र ने दिए थे। जिस पर त्वरित कार्रवाई के बाद छह कार्मिकों के निलंबन आदेश जारी हुए। सरकारी खजाने को चपत लगाने की गरज से विभाग के कार्मिकों ने मृत कर्मचारियों के नाम से वेतन, भत्ते व अन्य राशि का भुगतान गलत ढंग से अपने बैंक खातों में किया था।
विभाग ने दो महीने में गबन राशि में से करीब 27 लाख रुपए राशि की रिकवरी कर ली और रिकवरी करा चुके कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराने को लेकर पुलिस और विभाग के अफसरों के बीच लंबी खींचतान चली। वहीं बीते शुक्रवार शाम को पुलिस ने सभी 24 आरोपित कर्मचारियों को नामजद कर एफआईआर दर्ज कर ली है।
अतिरिक्त मुख्य अभियंता जयपुर रीजन द्वितीय दिनेश कुमार सैनी ने बताया कि सभी कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच भी अभी चल रही है वहीं पुलिस ने भी एफआईआर दर्ज कर मामले में जांच शुरू कर दी है।