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3500 बसें, अभ्यर्थी लाखों में, कैसे दे पाएंगे सभी को नि:शुल्क व सुगम सफर?

locationजयपुरPublished: Sep 15, 2021 12:16:13 pm

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Jaya Gupta

– दो बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में खुल गई सरकार की घोषणा की कलई, तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं हो पा रही व्यवस्था- अब नि:शुल्क सफर के लिए लगाया पूरा परिवहन विभाग का अमला

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जया गुप्ता /जयपुर। राज्य सरकार ने प्रतियोगी परीक्षा के परीक्षार्थियों को परीक्षा के लिए नि:शुल्क सफर देने के लिए घोषणा तो कर दी मगर धरातल पर संसाधन नहीं देखे। संसाधन के नाम पर रोडवेज के पास केवल 3500 बसें हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थी लाखों की संख्या में हैं। इसके साथ ही रोजाना आने-जाने वाले लाखों यात्री अलग हैं। 3500 बसें इतने अधिक यात्रियों को सफर कैसे करवाएं? इसी का नतीजा है कि घोषणा के बाद पहली बार हुई दो बड़ी भर्ती परीक्षाओं में ही सरकारी इंतजामों की कलई खुल गई। अव्यवस्थाएं इतनी अधिक हो गई कि दर्जनों सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों का अमला लगाने के बाद भी व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ पा रही हैं। आगामी दिनों में कई भर्ती परीक्षा होने वाली है। ऐसे में अगर सरकार ने जल्द व्यवस्थाएं नहीं सुधारी तो परिवहन व्यवस्था पूरी बेपटरी हो जाएगी।
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मंगलवार को भी रही भारी भीड़, शहर में लगा जाम
सोमवार को देर रात व मंगलवार अलसुबह तक सिंधी कैम्प व आस-पास के इलाकों में अभ्यर्थियों की भीड़ रही। मंगलवार दोपहर से फिर अभ्यर्थियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। मंगलवार को भी 70 अतिरिक्त बसें लगाई गई। इतना ही नहीं भर्ती परीक्षा को देखते हुए रेलवे ने भी विशेष ट्रेन चलाई। ट्रेन रात 1.15 बजे जयपुर जंक्शन से रवाना होकर सुबह 5.45 बजे कोटा पहुंची। वहीं कोटा से रात 7.45 बजे रवाना होकर मध्य रात्रि 12.15 पर जयपुर तक पहुंचेगी। यह व्यवस्था बुधवार को भी जारी रहेगी। ये इंतजाम भी नाकाफी दिखे। इसके बाद भी अभ्यर्थियों का जमावड़ा इतना अधिक हो गया कि सिंधी कैम्प, खासा कोठी, पोलोविक्ट्री, चांदपोल, कलक्ट्रेट सहित आस-पास के पूरे इलाके में जाम लग गया।
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इधर, रीट की तैयारी लगा पूरा परिवहन विभाग, रोडवेज के साथ निजी बसों का भी किया जा रहा इंतजाम
नीट व एसआइ भर्ती जैसी अव्यवस्था 26 सितम्बर को होने वाली रीट परीक्षा में न फैले, इसके लिए राज्य सरकार ने रोडवेज के साथ-साथ पूरे परिवहन विभाग को व्यवस्थाओं में लगा दिया है। मंगलवार को सुबह से सभी आरटीओ, डीटीओ व मुख्यालय के अधिकारियों की मैराथन बैठकें हुई। परीक्षा में 16 लाख 75 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। वहीं 200 स्थानों पर 4 हजार से अधिक सेंटर हैं।
परिवहन आयुक्त महेंद्र सोनी ने बताया कि सभी आरटीओ-डीटीओ को अपने क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था के लिए 23 सितंबर से कंट्रोल रूम शुरू करेंगे। सभी अधिकारी अपने जिला प्रशासन, रेलवे, रोडवेज, टैक्सी, सिटी बस ऑपरेट्र्स यूनियन, संचालकों से समन्वय बनाया जा रहा है।
परीक्षा से पांच दिन पूर्व व पांच दिन बाद तक कर सकते हैं नि:शुल्क यात्रा
रोडवेज ने रीट परीक्षा में भीड़ को एक साथ रोकने के लिए नि:शुल्क यात्रा की समयावधि बढ़ाई है। अभी तक किसी भी परीक्षा के एक दिन पहले एवं एक दिन बाद ही नि:शुल्क यात्रा की सुविधा थी। मगर रीट परीक्षा में परीक्षा से पांच दिन पूर्व व पांच दिन बाद तक नि:शुल्क यात्रा की जा सकेगी। यानी की अभ्यर्थी 20 सितम्बर से 30 सितम्बर तक रीट परीक्षा का प्रवेश पत्र दिखाकर अपने घर से परीक्षा केंद्र तक नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगे।
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सुझाव : सरकार यों दे सकती है राहत
1. उत्तरप्रदेश सरकार ने जिस प्रकार कुंभ मेले के लिए स्पेशल बसें खरीदी और व्यवस्था की, उसी प्रकार राजस्थान सरकार भी अतिरिक्त बसें खरीद कर रोडवेज को दे सकती हैं, जो कि भर्ती विशेष ही हो।
2. दूसरी योजनाओं की तरह नि:शुल्क यात्रा में भी डीबीटी (लाभार्थी को सीधी लाभ) लागू किया जा सकता है। जिसके तहत प्रवेश पत्र के साथ ही एक निश्चित राशि के कूपन परीक्षार्थियों को दे दिए जाए। उस निश्चित राशि तक की यात्रा अभ्यर्थी रोडवेज बस, निजी बस या ट्रेन किसी भी माध्यम से कर सके। उसका पुर्नभुगतान राज्य सरकार कर दे।
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