दूर से आते हैं पशुपालक
मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों से आए पशुपालकों का कहना है कि पशु चिकित्सालय पर बीमार पशुओं को पन्द्रह से बीस किमी से बड़ी मुश्किलों से उपचार के लिए यहां पर लाया जाता है, लेकिन पशुओं की बीमारी के लिए सरकारी दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। 10 किमी दूरी से आए मरां गांव निवासी पशुपालक रामफूल गुर्जर फतेहपुरा गांव निवासी महावीर आदि का कहना है कि बीमार पशुओं को बड़ी मुश्किल से उपचार के लिए यहां पर लाया जाता है। लेकिन पर्याप्त दवाईयां नहीं मिलने से पशुपालकों को परेशान होना पड़ रहा है।