मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का लाभ मिलेगा और बाजार से दवाएं खरीदनी नहीं पड़ेगी, आप इस भरोसे जिले के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय में फिलहाल नहीं आएं। गत कुछ दिनों से चिकित्सालय में दवाओं की कमी होने से मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। सामान्य दवाएं तक भी बाहर से लेनी पड़ रही हैं।इंजेक्शनों की कमीपेट दर्द हो या वायरल बुखार। जी घबराने से लेकर हृदय रोग। सभी तरह की बीमारियों में उपयोग में आने वाली दवाओं की कमी के चलते मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। यहां तक की सामान्य रूप से उपयोग में आने वालीे फेनारगन, डायक्लो, पेरासिटामोल आदि वार्डों में उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी सीएचसी, पीएचसी व उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर दवाओं की कमी बनी हुई है।वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में श्वान के काटने की स्थिति में डॉग बाइट के वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने की शिकायत भी आ रही हैं। पीएमओ डा वी के जैन ने बताया कि दवाओं की आपूर्ति तो नियमित तौर पर होती है तथा कभी-कभार प्रभारी की ओर से दवाओं की कमी की जानकारी समय पर नहीं दी जाती तो आपूर्ति बाधित हो जाती है। इससे परेशानी हो सकती है।