पार्टी के प्रदेश संयोजक देवेन्द्र शास्त्री ने आरोप लगाया है कि राजस्थान भाजपा और कांग्रेस पार्टी एक दूसरे की पूरक हैं। पार्टी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने अभी तक भाजपा सरकार की ओर से किए जा रहे पेयजल के निजीकरण का विरोध नहीं किया है। दोनों ही पार्टियां एक दूसरे से मिली हुई हैं। आप ने आरोप लगाया है कि सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए पेयजल का निजीकरण करना चाहती है।
पार्टी पेयजल को निजी हाथों में सौंपने के सरकार के निर्णय के खिलाफ हाईकोर्ट में भी याचिका दायर करेगी। इस सप्ताह में पार्टी याचिका दायर कर देगी। पार्टी के लीगल सेल के प्रभारी एडवोकेट पूनमचंद भंडारी का कहना है कि पानी प्राप्त करने का अधिकार जीवन से जुड़ा हुआ है। ऐसे में सरकार को पानी का निजीकरण करने की बजाय लोगों को मुफ्त और शुद्ध पानी उपलब्ध करवाना चाहिए।
दिल्ली में मुफ्त तो राजस्थान में क्यों नहीं
पार्टी का कहना है कि दिल्ली में आप की सरकार जनता को मुफ्त में पानी दे रही है। राजस्थान में पानी की कीमत और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की तैयारी की जा रही है। जबकि राजस्थान में भी जनता को मुफ्त में पानी दिया जाना चाहिए। आप ने आरोप लगाया है कि एशियल डवलपमेंट बैंक से जलदाय विभाग को 820 करोड़ रुपए मिले थे लेकिन सरकार उसका हिसाब भी नहीं दे रही है कि इस राशि का क्या हुआ।