पूर्ण शराबबंदी लागू हो, तंबाकू, गुटका और सिगरेट सहित नशीली चीजों पर रोक लगे — पूनमचंद भंड़ारी
— मुख्यमंत्री से मांग

जयपुर। पब्लिक अगेंस्ट करप्शन संस्था महासचिव पूनमचंद भंडारी एडवोकेट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग की है।
उन्होंने कहा कि उनकी संस्था भ्रष्टाचार के खिलाफ काम कर रही है और शराब भ्रष्टाचार और अन्य अपराधों की जननी है इसलिए पूर्ण शराब बंदी आवश्यक है। भंड़ारी ने कहा कि केन्द्र सरकार के निर्देश पर 40 दिन तक प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी रही और ऐसा कोई समाचार देखने को नहीं मिला कि शराब नहीं मिलने से किसी की मौत हुई हो, जिससे ये साबित हो गया कि लोग शराब के बिना रह सकते हैं।, लेकिन केन्द्र सरकार ने 4 मई से पूरे देश में हर राज्य को शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी जो एक गलत निर्णय है। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में राजस्थान सरकार ने भी शराब दुकानें खोलने का गलत निर्णय किया है। वर्ष 2020-21 में शराब से राजस्व 12500 करोड़ की प्रप्ति का लक्ष्य है। जनता क़रीब 50,000 करोड की शराब खरीदेगी तो सरकार को ये आमदनी होगी, लेकिन सरकार ने यह नहीं सोचा कि शराबबंदी होगी तो जनता ये 50 हजार करोड़ रूपए अन्य मदों पर खर्च करेगी तो भी सरकारक को राजस्व मिलेगा, साथ ही अपराध भी कम होंगे और जनता के जीवन स्तर में सुधार होगा। महिलाएं और बच्चे बहुत खुश रहेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था ने कई जगह सर्वे किया तो ज्यादातर कच्ची बस्तियों की महिलाओं में इससे रोष है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य के लिए हानिकारक शराब, गुटका, सिगरेट वगैरह नशीली चीजों पर रोक लगाई जाए और इनके सेवन व उत्पादन को अपराध घोषित किया जावे, अन्यथा संस्था लोकडाउन खुलने पर आंदोलन करेगी।
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