जयपुर

भविष्य को संवारने में जुटे ये युवा वैज्ञानिक

नई उम्मीद : ये आठ वैज्ञानिक (scientist) अपने अध्ययन (study) को इस वर्ष चीन में पेश करेंगे

जयपुरSep 08, 2019 / 04:32 pm

pushpesh

भविष्य को संवारने में जुटे ये युवा वैज्ञानिक

जयपुर.
इस वक्त दुनिया प्लास्टिक प्रदूषण, इबोला जैसी महामारी, विकलांगता और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही है। दुनिया के कुछ युवा वैज्ञानिक ऐसी परेशानियां का हल ढूंढ रहे हैं, ताकि इंसान इन मुश्किलों से बचा रहे। समाज और दुनिया में नवाचार और नए शोध के जरिए सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में इनका योगदान प्रशंसनीय है। इस वर्ष चीन के डानियान में होने वाली बैठक में हिस्सा लेने जा रहे 45 युवा वैज्ञानिकों में 8 वैज्ञानिकों के शोध पर नजर डालते हैं, जो आने वाली पीढिय़ों के लिए वरदान से कम नहीं होगा।
एश्ले किंग : पृथ्वी की उत्पत्ति के रहस्यों को सुलझा रहे हैं
पृथ्वी का निर्माण हमारे भविष्य को समझने के लिए जरूरी है। ऐश्ले का शोध पृथ्वी की उत्पत्ति, उसकी उम्र, जीवन और बदलते पर्यावरण से इस पर पडऩे वाले प्रभावों जैसे सवालों का जवाब देता है। वह उल्का डिटेक्टर कैमरों का नेटवर्क लॉन्च करने के लिए ब्रिटेन में माध्यमिक स्कूलों के साथ भी काम कर रहे हैं।
नृपण मैथ्यूज : ऐसी सौर बैट्री जो सस्ती और सुलभ बिजली देगी
दुनिया में करीब 100 करोड़ लोगों तक ऊर्जा की पहुंच जरूरी है। नृपण ऐसी सौर बैट्री तैयार कर रहे हैं, जिससे दुनिया की बड़ी आबादी के लिए बिजली सुगम और अपेक्षाकृत आसान होगी। इससे बिजली का खर्च भी घटेगा। वे अपने शोध को छात्रों तक पहुंचाना चाहते हैं ताकि इसमें व्यापक और सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
सबरीना शोल्ट्स : संक्रामक बीमारियों से बचाएगा इनका टूल किट
कई बीमारियां जानवरों से इंसानों में फैलती हैं। 1918 में स्पेन में पांच करोड़ लोग महामारी से दो करोड़ लोगों की जान गई थी। मानव जीव विज्ञानी सबरीना जैविक अवशेषों के साथ ही पशु स्वास्थ्य और पर्यावरणीय कारकों का अध्ययन कर रही हैं। उन्होंने संक्रामक बीमारियों से लडऩे में मददगार टूल किट तैयार किया है।
किम सुंग योन : तंत्रिका तंत्र कैसे भूख-बेचैनी के भावों पर नियंत्रण करेगा
किम सुंग का अध्ययन बताता है कि तंत्रिका सर्किट कैसे भूख व बेचैनी जैसे भावों को नियंत्रित करने का संकेत देते हैं। अध्ययन से मोटापे से पीडि़त 65 करोड़ से अधिक लोग और बेचैनी या घबराहट से पीडि़त करीब 30 लाख लोगों को फायदा हो सकता है। वे बच्चों से जुड़े और कार्यक्रमों में इसके बारे में बताते हैं।
डेनिस फोंसेका : प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे मजबूत किया जाए
आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है तो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आ घेरती हैं। डेनिस का उद्देश्य यह समझाना है कि प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण को कैसे रोक सकती है और शरीर को लंबे समय तक कैसे बचा सकती है। वे इस बारे में महिला वैज्ञानिकों की भूमिका को बढ़ाना चाहती हैं। साथ ही बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जागरूक करना चाहती हैं।
रूथ मॉर्गन : कैसे डीएनए की गलत जानकारी जेल पहुंचा देती है
निर्दोष होते हुए भी डीएनए की गलत जानकारी जेल की हवा खिला देती है। रूथ ने इसके लिए क्या और क्यों नहीं बल्कि कब और कैसे के लिए फोरेंसिक विज्ञान के साक्ष्यों की व्याख्या पर शोध और परीक्षण किया। इससे अपराध की जांच और अनुसंधान में मदद मिलती है, ताकि गलत तरीके से पेश किए साक्ष्यों के कारण गलत फैसलों से बचाया जा सके।
वांग यिहुआ : क्वांटम कंप्यूटिंग से डाटा को सहेजने की युक्ति
जिस गति से डाटा का आकार बढ़ रहा है, उसे संग्रहित करने की चुनौती भी बढ़ गई है। क्वांटम कम्यूटिंग ऐसी जटिल समस्या को हल करने की क्षमता है, जो आज के कंप्यूटरों में जरूरी है। उन्होंने क्वांटम कंप्यूटिंग से जुड़ी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए प्रयोगशाला भी खोली है। साथ ही बच्चों के लिए इसे और सुलभ बनाने पर काम कर रहे हैं।
लियु यिंग : तनाव कैसे प्रतिक्रिया देता है, इससे कैसे बचा जाए
तनाव मानसिक और शारीरिक बीमारियों का जोखिम बढ़ा देता है। लियु का शोध बताता है कि हमारा शरीर तनाव की कैसी प्रतिक्रिया देता है और इससे कैसा बचा जा सकता है। यिंग का अध्ययन इसकी पड़ताल करता है कि संबंधित रोगों के उपचार में चिकित्सीय क्षमता के साथ कोशिकाएं तनाव और पोषक तत्वों के स्तर पर कैसे प्रतिक्रिया देती हैं, जैसे कैंसर में।
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