पुत्र हार की दिख रही खीज
शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के बयानों में मुझे जोधपुर में उनके पुत्र की हार की खीझ सुनाई देती है।वे आज तक जोधपुर लोकसभा सीट का परिणाम नहीं भूल पाए हैं, जिसमें जनता जनार्दन ने मोदीजी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए मुझे आशीर्वाद दिया था।
'वे शत्रु मानते हैं, मुझे सहानुभूति है'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत तब से मुझे अपना सबसे बड़ा शत्रु मान बैठे हैं लेकिन मुझे उनसे सहानुभूति है। वे मुझे उकसाने के लिए न केवल सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करते हैं बल्कि स्वयं भी अनर्गल वक्तव्य देते रहते हैं।
'गहलोत को संन्यास लेना चाहिए'
शेखावत ने कहा कि मैंने तो मुख्यमंत्री को चुनौती दी है कि वे मोदीजी पर लगाए अपने निहायत मनगढ़ंत आरोप साबित करके बताएं, लेकिन वे प्रमाण देने की बजाय मुख्य मुद्दे को बहस में उलझाना चाहते हैं। उनकी तरह उनकी राजनीति का तरीका अप्रासंगिक हो चुका है। उन्हें अब राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए, उनकी पार्टी के लोग भी यही चाहते हैं।
श्री अशोक गहलोत जी के बयानों में मुझे जोधपुर में उनके पुत्र की हार की खीझ सुनाई देती है।
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) April 11, 2022
वे आज तक जोधपुर लोकसभा सीट का परिणाम नहीं भूल पाए हैं, जिसमें जनता जनार्दन ने मोदीजी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए मुझे आशीर्वाद दिया था।
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पहले सीएम गहलोत ने किया था 'वार'
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते तीन दिन से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर लगातार हमलावर हैं। सोमवार को भी गहलोत ने शेखावत को निशाने पर लिया। सुबह ट्वीट करते हुए गहलोत ने लिखा, 'हमारी मंशा है कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) का काम शीघ्र पूरा हो जिससे पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पेयजल व सिंचाई का पानी मिल सके। प्रदेश सरकार ने ERCP पर अभी तक करीब 1000 करोड़ का व्यय किए हैं एवं इस बजट में 9600 करोड़ प्रस्तावित किए हैं।'
गहलोत ने कहा, 'राज्य सरकार के सीमित संसाधनों से इस परियोजना को पूरा होने में 15 साल लग जाएंगे एवं परियोजना की लागत भी बढ़ती जाएगी। केन्द्र सरकार इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देती है तो वहां से ग्रांट मिलने पर काम भी तेजी से पूरा होगा एवं कम लागत में काम हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह समझ के परे है कि राजस्थान जैसे रेगिस्तानी एवं जल अभावग्रस्त राज्य को पानी की परियोजना को नेशनल प्रोजेक्ट का दर्जा नहीं मिलेगा तो किस राज्य को मिलेगा? यह स्थिति तो तब है जब यहां के सांसद ही जलशक्ति मंत्री हैं पर वो प्रदेश के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं'।
हमारी मंशा है कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) का काम शीघ्र पूरा हो जिससे पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पेयजल व सिंचाई का पानी मिल सके। प्रदेश सरकार ने ERCP पर अभी तक करीब 1000 करोड़ का व्यय किए हैं एवं इस बजट में 9600 करोड़ प्रस्तावित किए हैं। #ERCP_नेशनल_प्रोजेक्ट_बनाओ
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 11, 2022