शेखावत ने कहा कि चुने हुए विधायकों को भेड़ बकरियों की तरह हांक कर, डरा- धमका कर, निगरानी में रख कर, उनकी जासूसी कर कौन से लोकतंत्र को बचाने की नौटंकी कर रहें हैं गहलोत जी?
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, जैसलमेर के होटल में बंद विधायकों के फोन टैपिंग, इंटरकॉम टैपिंग, होटल में मोबाइल जैमर लगाना…गहलोत जी, इतना भय?!! इतना अविश्वास?!!। उन्होंने आगे लिखा कि अगर आपस में इतना अविश्वास है तो एक बात स्पष्ट है कि राजस्थान में सरकार का कोई अस्तित्व नहीं है। यहां सिर्फ गहलोत जी के सत्ता लालच में तानाशाही चल रही है।
विधायकों एवं सांसदों की टैपिंग नहीं की गई-पुलिस
पुलिस ने सांसदों एवं विधायकों के फोन टैप करने से इनकार किया है। राजस्थान पुलिस ने विज्ञप्ति जारी करके स्पष्ट किया है कि राजस्थान पुलिस की किसी भी इकाई द्वारा किसी भी विधायक या सांसद की टैपिंग न तो पहले की गई और न ही वर्तमान में की जा रही है। विज्ञप्ति में इन्टरकॉम से हुई बातचीत को रिकॉर्ड करने का आरोप भी मिथ्या एवं काल्पनिक बताते हुए कहा गया है कि राजस्थान पुुलिस हमेशा आपराधिक कृत्य रोकने का कार्य करती है।