मोतीडूंगरी में मेंहदी होगी अर्पित, लगेगा मोदकों का भोग
मोती डूंगरी गणेश मंदिर में सात दिवसीय गणेश चतुर्थी महोत्सव का आगाज 20 अगस्त को पंचामृत अभिषेक से होगा। इसके बाद प्रभु को 1008 मोदक अर्पित किए जाएंगे। महोत्सव 26 अगस्त तक चलेगा। इसके तहत पंचामृत अभिषेक, मोदक झांकी, मेंहदी सिंजारा, शोभायात्रा निकाली जाएगी। महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि 20 से 22 अगस्त तक सांस्कृतिक एवं भजन संध्या होगी। इसमें 20 को ध्रुपद गायन, 21 को सुगम संगीत, 22 को कत्थक नृत्य होगा। इसके बाद 23 को मोदकों की झांकी, 24 को मेहंदी पूजन एवं सिंजारा आयोजित होगा। इस दौरान मेंहदी प्रसाद वितरण किया जाएगा। 25 को जन्मोत्सव के तहत सुबह 4 बजे से दर्शन के लिए पट खुल जाएंगे। वहीं 26 को गणेशजी की शोभायात्रा निकाली जाएगी। गणेश चतुर्थी पर प्रथम पूज्य को रत्न जडि़त मुकुट धारण करवाया जाएगा। जो आकर्षक आभा बिखेरता नजर आएगा।
नहर के गणेशजी में पन्नियों से होगा आकर्षण श्रंगार
माउंट रोड़ स्थित नहर के गणेश मंदिर में तीन दिवसीय गणेश जन्मोत्सव की शुरुआत 24 अगस्त को प्रभु को मेहंदी अर्पित करने से होगी। प्रभु को मोदकों का भोग लगाया जाएगा। मंदिर युवाचार्य मानव शर्मा ने बताया कि 25 अगस्त को गणेश चतुर्थी पर सुबह 5 बजे मगंला आरती होगी। इसके बाद अष्टोत्तरशतनामावलि व वैदिक मंत्रं से दुर्वाकुंर अर्पित की जाएगी। प्रभु का अभिषेक कर नूतन पोशाक धारण करवाई जाएगी। 26 अगस्त को ऋषि पंचमी महोत्सव मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी पर नहर के गणेशजी का पन्नियों से आकर्षक शृंगार किया जाता है। जो किसी भी गणपति मंदिर में नहीं होता है।
1100 दीपकों की होगी महाआरती
उधर जौहरी बाजार केबीजी के रास्ता पहला चौराहा स्थित 200 वर्ष पुराने सिद्धि गमएश मंदिर में महागणपति चतुर्थी पर्व पर 25 अगस्त को सुबह सात बजे गणपति अर्थवशीर्ष के मंत्रों के साथ गणेश का अभिषेक किया जाएगा। पं. महेन्द्र व पं. रतन शंकर गौतम ने बताया कि अभिषेक के बाद प्रभु को स्वर्ण-रजत मुकुट धारण करवाकर फूलों से शृंगार किया जाएगा। इसके बाद प्रभु को मादक अर्पित किए जाएंगे। शाम को 1100 दीपकों के प्रथम पूज्य की महाआरती की जाएगी।