मोती डूंगरी गणेश मंदिर में मंदिर महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में गणेशजी महाराज का विशेष श्रृंगार किया गया। गजानन को स्वर्ण मुकुट धारण करवा कर चांदी के सिंहासन विराजमान किया गया। गजानन महाराज का नौलडी का नौलखा भाव के श्रृंगार के दर्शन हुए। इसमें मोती, सोना, पन्ना, माणक आदि के भाव स्वरूप दर्शाए गए है। सुबह मंगला आरती हुई, सुबह साढ़े 11 बजे विशेष पूजन किया गया। दोपहर में भोग आरती हुई। कोविड 19 के चलते मंदिर में मेला नहीं भरा।
ब्रह्मपुरी स्थित नहर के गणेशजी मंदिर में महंत परिवार की ओर से गणपति का पारंपरिक विशेष श्रृंगार किया गया। मंदिर महंत जय शर्मा ने बताया कि गणपति अष्टोत्तर शतनामावली से दूर्वा अर्पण की गई। गणपति को राजशाही पोशाक धारण करवाई गई। इसके बाद मोदकों का भोग लगाया गया और शाम को महाआरती हुई। वहीं 23 अगस्त को मंदिर में ऋषि पंचमी महोत्सव मनाया जाएगा।
चांदपोल परकोटा वाले गणेशजी मंदिर में चार दिवसीय गणेश चतुर्थी महोत्सव के तहत गणेशजी महाराज के सोने के वर्क का चोला चढ़ाकर नवीन पोशाक धारण करा छप्पन भोग की झांकी व फूल बंगला झांकी सजाई गई।
सूरजपोल बाजार स्थित सिद्धि विनायक गणेशजी मंदिर में सुबह गणेशजी महाराज का पंचामृत अभिषेक हुआ। शहर के अन्य गणेश मंदिरों में भी विशेष आयोजन हुए।