मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि गणेशजी का जन्मोत्सव 13 सितंबर को मनाया जाएगा। महोत्सव के तहत बुधवार को सुबह 5बजे मंगला आरती के साथ मोदकों की झांकी के दर्शन खुलेंगे। झांकी में मुख्य मोदक 251 किलो के दो मोदक, 5 मोदक 51 किलो के, 21 मोदक 21 किलो के और 1100 मोदक 1.25किलो के साथ अन्य छोटे मोदक होंगे। इस दिन गजानन महाराज को रत्न जडि़त मुकुट धारण करवाया जाएगा। महोत्सव के तहत 7 सितंबर को सुबह 8 बजे पुष्ण नक्षत्र में भगवान गणेशजी महाराज का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद भक्तों को रक्षा सूत्र व हल्दी प्रसाद वितरित किया जाएगा। अभिषेके बाद भगवान के ध्वज पूजन होगा, नवीन झंडे धारण करवाए जाएंगे। वहीं 1008 मोदक अर्पित किए जाएंगे। वहीं ८ से 11 सितंबर तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यकमव भजन संध्या होंगी। 12 सितंबर को सिंजारा महोत्सव मनाया जाएगा। गणेशजी महाराज को सिंजारे की मेहंदी धारण करवाई जाएगी और भक्तों को मेहंदी वितरित की जाएगी। मुख्य आयोजन गणेश चतुर्थी पर 13 सितंबर को होगा, इस दिन मंगला आरती सुबत ४ बजे और शयन आरती रात ११.४५ बजे होगी।