दस लाख की फिरौती मांगने वाला गिरोह पकड़ा
जयपुरPublished: Mar 12, 2020 08:50:52 pm
शाहपुरा थाना पुलिस ने फर्जी पुलिस बनकर मादक पदार्थ के मुकदमों का डर दिखाकर और दस लाख रुपए की फिरौती लेने के लिए नाबालिग का अपहरण करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया हैं।
शाहपुरा थाना पुलिस ने फर्जी पुलिस बनकर मादक पदार्थ के मुकदमों का डर दिखाकर और दस लाख रुपए की फिरौती लेने के लिए नाबालिग का अपहरण करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया हैं। पुलिस ने इस मामले में शामिल दो होमगार्ड सहित पांच जनों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से पुलिस का लोगों लगी हुई गाड़ी भी बरामद की है।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि कुछ दिनों से हाइवे पर राजस्थान पुलिस की स्पेशल टीम के नाम से अवैध वसूली करने वाले गिरोह के संबंध में सूचना मिल रही थी। इस पर एडिशनल एसपी भरतलाल मीणा और थानाप्रभारी महेन्द्र सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। टीम ने कार्रवाई करते हुए फर्जी पुलिस वाले बनकर ठगी और फिरौती लेने वाले गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाशों में दो होमगार्ड के जवान भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि 8 मार्च को अजीतगढ़ सीकर निवासी रामदेश ने थाने में मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि उनका पुत्र शाहपुरा में किसी काम से आरोपी बन्टी उर्फ जसविन्द्र के दुकान पर आया था। जिसको आरोपी बंटी ने हरीश, कानाराम, बसंत, जितेन्द्र के साथ मिलकर पीडित के साथ स्वयं के अपहरण की साजिश रचकर झूठे मुकदमें में फंसाने का भय दिखाकर दस लाख रुपए की फिरौती की मांग की। और फिर दो लाख रुपए फिरौती लेकर 6 घंटे बाद छोड़ दिया। आरोपी बसंत और जितेन्द्र ने खुद को राजस्थान पुलिस की स्पेशल टीम का सदस्य बताया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर शाहपुरा निवासी बसंत, जसविन्द्र, जितेन्द्र, हरीश और कानाराम को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से फिरौती की दो लाख रुपए की रकम और वारदात में शामिल लग्जरी गाड़ी बरामद कर ली। आरोपी जितेन्द्र और बसंत वर्तमान में राजस्थान होमगार्ड में नौकरी कर रहे है। इससे पहले आबकारी विभाग शाहपुरा में नौकरी कर रहे थे।