ऊर्जा मंत्री बी.डी.कल्ला ने कहा कि जनाना अस्पताल परिसर में कम्प्यूटराईज्ड तकनीक से बनने वाली पहला सब-स्टेशन है और जयपुर शहर में इस तरह के 4 सब-स्टेशन बनेगे। इस सब स्टेशन के बनने से बिजली छीजत में कमी आने से प्रतिवर्ष 1 करोड़ की बिजली की बचत होगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रयास रहेगा कि प्रदेश के विद्युत वितरण तंत्र का डिजिटाईजेशन करके एक मजबूत वितरण तंत्र बना सके।
राजस्थान डिस्काॅम्स के चेयरमैन भास्कर ए. सावंत ने बताया कि सब स्टेशन के निर्माण की अनुमानित लागत 8 करोड़ रुपए आई है और इससे चांदपोल के आसपास के क्षेत्र के करीब 5000 उपभोक्ताओं को निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी। जयपुर डिस्काॅम के प्रबन्ध निदेशक नवीन अरोड़ा ने इस नई तकनीक के आधार पर निर्मित सब-स्टेशन की जानकारी देते हुए बताया कि यह सब-स्टेशन रिमोट संचालित है।