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जयपुर

गौर-गौर गणपति, ईसर पूजे पार्वती… 16 शृंगार कर महिलाओं ने की पूजा, देखें तस्वीरें

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1 year ago
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बगरू कस्बे सहित आसपास के गांवों में गणगौर महापर्व मनाया गया। इस दौरान सुहागिन महिलाओं व नवयुवतियों ने 16 शृंगार व सज-संवरकर सामूहिक रूप से मंगल गीत गाए। साथ ही ईसर-गणगौर की दूब व ज्वारे से पूजा-अर्चना कर परिवार में सौहाद्र्र, सुख-समृद्धि, पति, भाई, बच्चों की लंबी आयु के साथ ही कुंवारी कन्याओं ने अच्छे वर की कामना की। इस मौके पर गौर-गौर गणपति ईसर पूजे पार्वती... गाते हुए ईसर-पार्वती की पूजा की।

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गणगौर की निकली सवारी : ग्राम मोरीजा में गणगौर की सवारी धूमधाम से निकली। शुरू में ईसर-गणगौर की पूजा-अर्चना की गई। नवविवाहिताओं व महिलाओं ने ईसर-गणगौर के सुहाग सामग्री अर्पित कर अमर सौभाग्य की कामना की। कन्या, युवा व बुजुर्गों ने सवारी के दर्शन कर खुशहाली व समृद्धि की कामना की। गाजे-बाजे व शाही लवाजमे के साथ निकली गणगौर की सवारी ने रावला चौक में परिक्रमा की। सवारी को ग्रामीणों के दर्शन के लिए विराजमान किया गया। पूजा-अर्चना के बाद सवारी पुन: रावले में पहुंची।

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16 दिन चली पूजा : ग्राम मोरीजा में गणगौर पर्व श्रद्धा व भक्तिपूर्वक मनाया गया। महिलाओं ने घर पर विराजमान ईसर-गणगौर की पूजा-अर्चना की एवं काजल, मेहंदी, रोली व चावल चढ़ाकर हलवे का भोग लगाया। धुलंडी के दिन से गणगौर पूज रही नवविवाहित महिलाओं ने मांगलिक गीत गाते हुए सुख-शांति व अमर सुहाग की कामना की व अघ्र्य अर्पण किया।

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सुख-समृद्धि की कामना : महलां में नवविवाहित महिलाओं व युवतियों ने गणगौर माता की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। महिलाओं ने गणगौर माता का उद्यापन किया। वहीं 16 दिन से चल रहे गणगौर पूजन का विशेष पूजा अर्चना के साथ विसर्जन किया गया।

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ईसर-गणगौर की शाही लवाजमा के साथ निकाली सवारी, भरा मेला : चौमूं में गणगौर पर्व पर क्षेत्र में नगर पालिका प्रशासन की ओर से शाही लवाजमे के साथ गणगौर माता की सवारी निकाली गई। इस दौरान बाजारों में व्यापारियों और श्रद्धालुओं ने गणगौर माता की सवारी पर पुष्प वर्षा की। सवारी में विधायक रामलाल शर्मा, पालिका अध्यक्ष विष्णु कुमार सैनी, आशीष दुसाद, कालूराम जाट, पार्षद संदीप शर्मा, राहुल शर्मा, गजेंद्र यादव आदि मौजूद थे। वहीं नवविवाहिताओं, माता और बहनों ने घरों में गणगौर माता की पूजा-अर्चना कर परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान बाजार में मेला भरा। मेले में बच्चे, युवा और महिलाओं ने खरीदारी कर मेले का लुफ्त उठाया।

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परंपरागत तरीके से किया गणगौर पूजन : माधोराजपुरा में गणगौर पर्व पर शुक्रवार को महिलाओं के साथ युवतियों ने शिव-पार्वती के प्रतीक ईसर-गणगौर की परंपरागत तरीके से पूजा की। विवाहिताओं ने अखंड सौभाग्यवती होने और कुंवारी कन्याओं ने सुयोग्य वर की मंगल कामना की। कस्बे सहित बीची, सेदरिया, खेड़ा बालाजी, चांदमाकलां, भांकरोटा, डाबिच, दोसरा, डिडावता, पीपला, चित्तौड़ा, झाड़ला, खिजूरिया, दतूली में भी गणगौर पूजन किया गया।

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महिलाओं ने गणगौर की पूजा की, व्रत रखकर मांगी खुशहाली : सिरसी-बेगस रोड सहित कनकपुरा, सिरसी, महापुरा, भांकरोटा, पांच्यावाला, सिंवार, बिंदायका, पिंडोलाई, श्योसिंहपुरा, निमेड़ा, धानक्या, मुकुंदपुरा, बेगस, फतेहपुरा सहित आसपास के गांवों में शुक्रवार को गणगौर महोत्सव मनाया गया। इस दौरान महिलाओं ने गणगौर की पूजा-अर्चना कर खुशहाली के लिए मन्नतें मांगी। इससे पहले महिलाओं ने सामूहिक लोक नृत्य के साथ गणगौर माता के मंगल गीत गाए। महिलाओं ने ज्वारे के साथ स्थापित गणगौर माता के रूप में पार्वती और ईसरजी की पूजा की। वहीं पांच्यावाला-बिशनावाला में शाही ठाठ-बाट से गणगौर माता की सवारी निकाली गई।

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16 शृंगार कर महिलाओं ने की पूजा : बस्सी शहर सहित आसपास के ग्रामीण अंचल में गणगौर पर्व पर घरों और मंदिरों में महिलाओं ने मिट्टी से बनाई गणगौर और ईसरजी की प्रतिमाओं की पूजा की। साथ ही गणगौर माता को मेहंदी, हल्दी, ज्वारे, चुनरी भेंट कर आटे के बने मीठे गुणे का भोग लगाया। शृंगार के प्रतीक इस त्यौहार पर महिलाओं ने समूह में गणगौर माता के गीत गाए। सोलह शृंगार से सजी महिलाओं ने गणगौर माता की पूजा-अर्चना कर पति की लंबी उम्र और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। इस दौरान महिलाओं ने गौरी माता की कथा सुनाई। गौरीशंकर जांगिड़ ने बताया कि रेलवे स्टेशन रोड स्थित अस्थल वाले बालाजी मंदिर के पास महिलाओं ने गणगौर पूजन किया।

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सुख-समृद्धि की कामना : महलां में नवविवाहित महिलाओं व युवतियों ने गणगौर माता की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। महिलाओं ने गणगौर माता का उद्यापन किया। वहीं 16 दिन से चल रहे गणगौर पूजन का विशेष पूजा अर्चना के साथ विसर्जन किया गया।

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