जयपुर

हार है तो जीत का भी एक परचम आएगा

जिंदगी में हार और जीत होती रहती है। बस हार और जीत में धैर्य बनए रखना होता है। ऐसा ही कुछ संदेश दे रही हैं ये गजलें.

जयपुरMay 26, 2020 / 03:30 pm

Chand Sheikh

हार है तो जीत का भी एक परचम आएगा,हार है तो जीत का भी एक परचम आएगा,हार है तो जीत का भी एक परचम आएगा

गजलें
पूर्णिमा जायसवाल ‘अदा’
1.
सोच मत ऐसा, तेरे हिस्से में बस गम आएगा
हार है तो जीत का भी एक परचम आएगा

है घुटन चारों दिशाओं में उदासी है तो क्या
दिल लगाने के लिए भी एक मौसम आएगा
चोट दी है दोस्तों ने और निभाई दोस्ती
अजनबी लेकर कोइ हाथों में मरहम आएगा

शोर इतना है कि खुद को भी न सुन पाते यहां
क्या करेगा वो यहां जो ले के सरगम आएगा
ढूंढने निकला है पानी आदमी की जात में
शाम जब लौटेगा घर आंखें लिए नम आएगा

अब दुआओं और दवाओं का असर हम पर नहीं
तेरे आने पर ‘अदा’ हमको यहां दम आएगा

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2.

न ऐसा सोच कि अब क्या मिलेगा
बुरे में भी कोई अच्छा मिलेगा

जहां पर पांव थककर चूर होंगे
वही से कोई एक रस्ता मिलेगा

मिलाया प्यार गर रिश्तों में थोड़ा
दिलों पर रंग फिर गहरा मिलेगा
मोहब्बत की गणित कुछ भिन्न होगी
दिया उससे कई ज्यादा मिलेगा

यही मैं सोचकर सबसे मिली हूं
‘अदा’ कोई यहां अपना मिलेगा

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