शुक्रवार को वल्लभ नगर और धरियावद में नामांकन के अंतिम दिन चारों नेता एक साथ पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इससे पहले चारों नेता 30 मार्च को एक साथ तीन सीटों सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ में हुए उपचुनाव में जनसभाओं को संबोधित करने गए थे।
हैलिकॉप्टर से होंगे रवाना
इधर गहलोत, पायलट, माकन और डोटासरा शुक्रवार सुबह 9.15 बजे जयपुर एयरपोर्ट से हैलिकॉप्टर के जरिए पहले वल्लभनगर और उसके बाद धरियावद जाएंगे। चारों नेताओं के एक साथ चुनावी दौरे पर जाने से सियासी एकता का संदेश देने से जोड़कर देखा जा रहा है।
हालांकि बीते कई माह सचिन पायलट कैंप और गहलोत कैंप के नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी भी चली है। चारों नेता सबसे पहले 11 बजे वल्लभ नगर पहुंचेंगे जहां पार्टी प्रत्याशी प्रीति शक्तावत के समर्थन में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद दोपहर एक बजे चारों नेता हैलिकॉप्टर से धरियावद पहुंचेंगे जहां कांग्रेस प्रत्याशी नगराज मीणा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात कर जीत का मंत्र देंगे। उसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत सहित चारों नेता दोपहर 2.30 बजे धरियावद से जयपुर के लिए रवाना होंगे और 4.30 बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
माकन ने भी इसलिए बदला कार्यक्रम
चारों नेताओं के हैलिकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम बनते ही प्रदेश प्रभारी अजय माकन को भी अपना कार्यक्रम बदलना पड़ा। पहले अजय माकन गुरूवार शाम दिल्ली से सीधे उदयपुर पहुंचने का कार्यक्रम था, जिसमें बदलाव किया गया अब माकन रात्रि विश्राम जयपुर में ही करेंगे और गहलोत, पायलट और डोटासरा के साथ ही चुनावी दौरे पर रवाना होंगे।
एकजुकता के संदेश की एक वजह यह भी
इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के एक साथ चुनावी दौरे पर जाने के पीछे सियासी एकता के संदेश की एक वजह यह भी है कि वल्लभ नगर और धरियावद दोंनो जगह पार्टी की जीत हो, जिससे जनता और विपक्ष में संदेश न जाए कि सरकार के खिलाफ एंटी इन्कमबेंसी है।
इसके अलावा वल्लभनगर और धरियावद में टिकट वितरण के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में जो नाराजगी बढ़ी उसे भी दूर किया जाए। गौरतलब है कि वल्लभनगर के दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत को सचिन पायलट कैंप का माना जाता था। सियासी संकट के दौरान गजेंद्र सिंह शेखावत सचिन पायलट के कैंप के साथ मानेसर में रहे थे।