अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir ) पर सुप्रीम कोर्ट (supreme court ) के ऐतिहासिक फैसले का सम्मान करते हुए सीएम अशोक गहलोत(Ashok Gehlot ) ने बीजेपी( Bjp ) पर करारा हमला बोला है। गहलोत ने कहा कि इस फैसले के बाद अब बीजेपी मंदिर पर राजनीति नहीं कर पाएगी और इसका राजनीतिकरण करने के सारे रास्ते उनके लिए अब बंद हो गए हैं। गहलोत ने कहा कि भाजपा शुरू से मंदिर पर राजनीति करती आई है। गहलोत ने कहा कि अयोध्या मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने एक प्रस्ताव भी पास किया है।
गहलोत ने शनिवार को अपने निवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा ने चुनावी लाभ लेने के लिए कभी राष्ट्रवाद का सहारा लिया तो कभी सर्जिकल स्ट्राइक का। लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावी नतीजों से इनका भ्रम दूर हो गया है और अब जनता भी समझ गई है और भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। गहलोत ने कहा कि भाजपा के तो चुनावी मुद्दे होते हैं। वे सिर्फ चुनाव जीतने के लिए होते हैं। जनता से सरोकार नहीं होता है। देश के हालात आज बद से बदतर हो रहे हैं। महंगाई बढ़ती जा रही है। नौकरी जा रही है, इंवेस्टमेंट नहीं आ रहा है। भाजपा ने मंदिर के नाम पर 25-30 साल में जो किया वो सबके सामने हैं। उसका नुकसान सबको भुगतना पड़ता है। जहां हिंसा होती है वहां पर क्या होता है।
गहलोत ने कहा है कि गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाना यह बताता है कि केन्द्र की भाजपा सरकार ओछी और निम्न स्तर की राजनीति पर उतर आई है। जिस तरह की राजनीति वे कर रहे हैं, वह उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है।
भाजपा नेता डिस्टर्ब हुए— गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावी नतीजों से डिस्टर्ब हो गए हैं और इसलिए ऐसे फैसले ले रहे है।
मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र पर कहा कि बीजेपी ने देश में हालात बिगाड़ दिए। मणिपुर और गोवा में कांग्रेस के पास बहुमत होने के बावजूद बीजेपी की सरकार बनी। कर्नाटक में भी सरकार को गिराने के लिए क्या-क्या नहीं किया गया? इसकी पोल खुद वहां के मुख्यमंत्री खोल रहे हैं। वे कह रहे हैं कि यह पूरा खेल देश के गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर हुआ। उन्होंने ही सब व्यवस्था की। जिस देश के गृहमंत्री यह काम कर रहे हों, तो चिंतित होना स्वाभाविक है।
गहलोत ने कहा है कि गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाना यह बताता है कि केन्द्र की भाजपा सरकार ओछी और निम्न स्तर की राजनीति पर उतर आई है। जिस तरह की राजनीति वे कर रहे हैं, वह उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है।
भाजपा नेता डिस्टर्ब हुए— गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावी नतीजों से डिस्टर्ब हो गए हैं और इसलिए ऐसे फैसले ले रहे है।
मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र पर कहा कि बीजेपी ने देश में हालात बिगाड़ दिए। मणिपुर और गोवा में कांग्रेस के पास बहुमत होने के बावजूद बीजेपी की सरकार बनी। कर्नाटक में भी सरकार को गिराने के लिए क्या-क्या नहीं किया गया? इसकी पोल खुद वहां के मुख्यमंत्री खोल रहे हैं। वे कह रहे हैं कि यह पूरा खेल देश के गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर हुआ। उन्होंने ही सब व्यवस्था की। जिस देश के गृहमंत्री यह काम कर रहे हों, तो चिंतित होना स्वाभाविक है।