सूत्रों की माने तो 31 मई के बाद आईएएस आईपीएस और आरएएस अधिकारियों के तबादलों की बड़ी सूची सामने आ सकती है, इनमें कई वरिष्ठ अधिकारी और आधा दर्जन जिला कलेक्टर के नाम भी सामने आ सकते हैं।
बेहतर परफॉर्मेंस नहीं करने वाले अफसरों पर गिरेगी गाजसूत्रों की माने तो लॉक टाउन एक से लेकर लॉक डाउन 4 तक बेहतर परफॉर्मेंस नहीं करने वाले अफसर मुख्यमंत्री के राडार पर हैं। लॉक डाउन के दौरान राजस्थान सहित दूसरे राज्यों से प्रवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों की कार्यशैली से भी सीएम बेहद नाराज हैं। इसके अलावा कई आईएएस अधिकारी ऐसे भी हैं जिनकी शिकायतें कई मंत्री मुख्यमंत्री से कर चुके हैं।
वहीं आईपीएस अफसरों की कार्यशैली को लेकर भी सीएम नाराज बताए जाते हैं। ऐसे में माना जा रहा है की लॉक डाउन 4.0 समाप्त होने के बाद नौकरशाही में बड़ा बदलाव कर सीएम गहलोत एक बार फिर सख्त संदेश देंगे।
आधा दर्जन कलेक्टर पर भी गिरेगी गाज
वहीं लॉक डाउन के दौरान क्वॉरेंटाइन के मामलों, राशन वितरण में अनियमितता और कोरोना संक्रमण रोकने में असफल रहे आधा दर्जन जिला कलेक्टर पर भी गाज गिरना तय है। सरकार के तमाम कोशिशों के बावजूद कई जिले ऐसे हैं जहां पर कोरोना संक्रमण पर लगाम नहीं लग पाई।
वहीं लॉक डाउन के दौरान क्वॉरेंटाइन के मामलों, राशन वितरण में अनियमितता और कोरोना संक्रमण रोकने में असफल रहे आधा दर्जन जिला कलेक्टर पर भी गाज गिरना तय है। सरकार के तमाम कोशिशों के बावजूद कई जिले ऐसे हैं जहां पर कोरोना संक्रमण पर लगाम नहीं लग पाई।
जिला कलेक्टर के साथ मुख्यमंत्री की हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान भी सीएम कई कलेक्टर को फटकार लगा चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है किस सीएम की नाराजगी का सामना कई कलेक्टरों को भी करना पड़ेगा।
कांग्रेस नेताओं ने भी की थी शिकायत जानकारों की माने लॉक डाउन के दौरान कांग्रेस पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ताओं ने भी जिला प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया था और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इसकी शिकायत की थी इससे साफ है की जून के पहले सप्ताह में नौकरशाही में बड़ा बदलाव होना तय है।