बैठक के बाद परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास नेकेंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हर तरीके से केंद्र सरकार से प्रदेश को अन्य राज्यों के समान ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की मांग की लेकिन केंद्र सरकार का भेदभाव पूर्ण रवैया जिसकी वजह से प्रदेश को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है। ऐसे में अब सरकार के पास सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के अलावा और कोई रास्ता नही बचा है।
खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार गुजरात , मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश और हरियाणा को तो पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध करा रही है जबकि उसी की तुलना में राजस्थान को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा रही है। केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन और वैक्सीन उपलब्ध कराने की सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले रखी है बावजूद उसके केंद्र सरकार भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बार केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा और सोशल मीडिया के जरिए भी इस बात को लेकर मांग करी कि राजस्थान में ऑक्सीजन के बगैर लोगों की मौत हो रही है। केंद्र सरकार राजस्थान को उसके हिस्से का ऑक्सीजन उपलब्ध कराएं , इतना ही नहीं सरकार ने तीन मंत्रियों को केंद्र सरकार के पास बात करने के लिए भी भेजा लेकिन अफसोस की बात है कि केंद्र सरकार राजस्थान के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है।
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बीजेपी के नेताओं पर तीखा हमला बोला और कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि राजस्थान से जीतकर गए 25 के 25 एमपी केंद्र सरकार के सामने राजस्थान की पैरवी नहीं कर पा रहे हैं और उससे बड़ी बात यह है कि बीजेपी के प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ कैबिनेट मिनिस्टर गजेंद्र सिंह शेखावत झूठे बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर आरोप लगा रहे हैं कि वेंटिलेटर का उपयोग हम किराए पर देने पर कर रहे हैं जबकि उन्हें यह पता होना चाहिए कि राजस्थान की सरकार ने यह आदेश निकाल दिए कि अगर सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर ज्यादा है और प्राइवेट अस्पतालों को वेंटिलेटर की आवश्यकता है तो उन्हें सरकार के वेंटिलेटर निःशुल्क मिलेंगे और वह निशुल्क उपचार करेंगे।
खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी के नेता एसी कमरों में बैठकर अपने बयान जारी करते हैं और सोशल मीडिया पर उसका दुष्प्रचार करते हैं जबकि उन्हें राज धर्म निभाना चाहिए। प्रदेश की जनता ने उन्हें वोट देकर जिताया है वह जनता के बीच में जाएं तो उन्हें पता लगे कि किस तरह से लोगों को केंद्र सरकार द्वारा कम ऑक्सीजन मिलने की वजह से मौत के आगोश में जाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि बयानबाजी करना एक अलग चीज है और धरातल पर काम करना एक अलग है। आज गहलोत सरकार के सभी मंत्री लगातार धरातल पर काम कर रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों से मुलाकात कर रहे हैं और उनकी पीड़ा को समझ रहे हैं लेकिन बीजेपी के नेता तो सिर्फ सोशल मीडिया पर अपना बयान ही जारी कर सकते हैं ।